Jharkhand Religious Clash In Palamu:  झारखंड के पलामू जिले के पांकी में शिवरात्रि पर तैयार किये जा रहे तोरणद्वार को लेकर विवाद के चलते अलग-अलग समुदायों के दो समूहों में झड़प में कई लोगों के घायल होने की खबर के बीच मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है. 


एक तरफ जहां इस हिंसा के बाद से हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद एआईएमआई अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी प्रदेश की हेमंते सोरेन सरकार पर भड़क गए तो वहीं देवघर से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे आग बबूला हो गए और उन्होंने प्रशासन को चुनौती देते हुए कह दिया कि वह शिव भगवान के लिए आमरण अनशन भी कर जाएंगे. 


'अनहोनी-विवाद को लेकर सतर्क हुआ प्रशासन'
वहीं शिवरात्रि, श्रद्धा और हालिया विवाद को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया. इस सतर्कता के बीच किसी भी तरह की अनहोनी और गलत सूचना से निपटने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी. 
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि इलाके में 144 लागू करने के बाद शाम चार बजे से चौबीस घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है. 


क्या बोले जिले के डिप्टी कलेक्टर?
पलामू के उपायुक्त ए डोडे ने पत्रकारों को बताया कि पांकी क्षेत्र में हुई आगजनी, पत्थरबाजी और हिंसा की घटनाओं में कम से कम छह से ज्यादा लोग घायल हो गए. उन्होंने कहा कि पूरे पांकी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गयी है. डोडे ने बताया कि शाम चार बजे से सावधानी के तौर पर चौबीस घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गयी हैं जिससे कोई सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर अफवाह नहीं फैला सकें.


पुलिस सूत्रों के अनुसार उपद्रवियों ने चार दुकानों, दो घरों और छह गाड़ियों में आग लगा दी. उन्होंने बताया कि अनुमंडलीय पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) की गाड़ी में भी तोड़-फोड़ हुई.


क्या बोले असदुद्दीन ओवैसी?
सासंद असुदुद्दीन औवैसी ने आरोप लगाया कि पलामू में हिंसा फैलाने के लिए महशिवरात्रि का तोरण द्वार नहीं लगा था लेकिन आरएसएस ने हिंसा फैलाने के लिए ऐसा करवाया. हेमंत सोरेन को घेरते हुए उन्होंने कहा कि हिंसा के लिए वह भी बराबर के दोषी हैं क्योंकि वह समय रहते हुए हिंसा को नहीं रोक सके. 


क्यों शुरू हुआ विवाद?
स्थानीय लोगों ने बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर तोरणद्वार बनाने पर विवाद शुरू हुआ. अलग-अलग समुदायों के दो समूहों के बीच पत्थरबाजी और मारपीट हुई. उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के चलते पांकी की राहेवीर पहाड़ी पर स्थित शिव मंदिर की सजावट की जा रही है. इसी के मद्देनजर मंगलवार की शाम मस्जिद चौक पर तोरणद्वार बनाने के लिए बांस-बल्ली और कपड़ा लेकर मजदूर पहुंचे.


स्थानीय लोगों के मुताबिक इसी दौरान एक समुदाय के लोगों ने मजदूरों को रोक दिया. उनका कहना था कि यहां पर एक धार्मिक स्थल है इसलिए तोरणद्वार नहीं बनाने दिया जाएगा. इस पर विवाद शुरू हो गया. पुलिस ने बताया कि विवाद बढ़ने पर एक व्यक्ति ने मंदिर समिति के सदस्‍यों में से एक के सिर पर डंडा मार दिया जिसके बाद झड़प शुरू हो गई.


क्या बोले राज्य के सीएम हेमंत सोरेन?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पांकी के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. अंतिम सूचना मिलने तक इलाके में स्थिति नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण है.


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