नई दिल्ली: साल 2018 से दसवीं के बोर्ड सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में अनिवार्य होगा. बोर्ड की परीक्षा में दिए जानेवाले मार्क्स को 80 फ़ीसदी वेटेज़ दिया जायेगा, और 20 फ़ीसदी वेटेज़ स्कूल में हुए इंटरनल असेसमेंट को. CBSE की गवर्निंग बॉडी की आज बैठक थी. इस बैठक में लिया गया ये फैसला.
बतौर शिक्षा मंत्री कपिल सिब्बल ने बोर्ड की परीक्षा खत्म की थी. इसके पीछे ये थी कि बार बार परीक्षा से छात्रों में तनाव रहता है, जिसकी वजह से सुसाइड के मामले बढ़ रहे है. 2011 में लागू हुआ. इसके बाद बोर्ड एग्जाम्स दोबारा से शुरू की जाये इस पर TSR सुब्रमण्यम समिति ने भी फैसला किया.
इतना ही नहीं इस साल अक्टूबर के महीने में हुई CABE की बैठक में भी इस पर सभी राज्यन ने सहमति जताई थी. सीबीएसई बोर्ड में 10वीं की बोर्ड के वापसी के पीछे एक वजह ये भी रही की देश में चल रहे बाकि सभी बोर्ड्स में 10वीं की परीक्षा अनिवार्य है.