नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई का आज 39वां दिन था. चीफ जस्टिस ने आज इस बात का संकेत दिया कि कल यानी बुधवार को अयोध्या मामले की सुनवाई का आखिरी दिन हो सकता है. उन्होंने इस मामले में सभी पक्षों से कहा कि वे कल तक अपनी दलीलें खत्म कर लें. गौरतलब है कि अयोध्या मामला अपने आखिरी चरण में हैं ऐसे में पहले से ही वहां धारा 144 लगाई जा चुकी है. ये 10 दिसंबर तक लागू रहेगी.

उधर हिंदू महासभा के वकील विष्णु जैन ने कहा कि इस बात की पूरी उम्मीद है कि कल इस मामले में सभी पक्षों की जिरह पूरी हो जाए और मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर चर्चा हो जाए. मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर चर्चा पूरी हो जाती है तो कल ही फैसला सुरक्षित भी हो सकता है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि यह सबकुछ इस पर निर्भर करता है कि कोर्ट क्या तय करती है.

विष्णु जैन ने कहा, ‘’आज हमारे हिन्दू पक्ष वकीलों ने अपनी दलीलें रखीं. हमने कोर्ट को बताया कि मुस्लिम पक्ष की तरफ से जो उपयोग के आधार पर वक्फ सम्पत्ति होने का दावा किया गया वो गलत है. उपयोग के अधसर पर वक्त संपत्ति तभी हो सकती है जब उसके मालिकाना हक का पता न हो. मुस्लिम पक्ष अपनी दलीलों में बाबरी मस्जिद बाबर द्वारा बनाए जाने की बात कहता आया है. लिहाज़ा उपयोग के आधार पर इसे वक्फ नहीं बताया जा सकता.’’

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी प्रतिकूल कब्जा वाली सम्पत्ति की दलील भी आधारहीन है क्योंकि यह प्रतिकूल कब्जे वाली सम्पत्ति तभी हो सकती है जब उसके मूल मालिक को स्वीकार किया जाए. विष्णु जैन ने कहा कि हमारा हिंदू शास्त्रीय मत यही है कि जो स्थान मंदिर रहा है वहां गुलामी काल में मस्ज़िद बन जाने या नमाज़ हो जाने से वो जगह मस्ज़िद की नहीं हो सकती. उस स्थान का स्वामित्व भगवान की मूर्ति का है.

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