CJI DY Chandrachud: देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ अपने कामकाज के अलावा मजाकिया अंदाज के लिए भी काफी मशहूर हैं. उनके मजाकिया स्वभाव की एक झलक दिल्ली बार काउंसिल की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में दिखी. दिल्ली बार काउंसिल ने सीजेआई के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे. अब इस कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में सीजेआई और केंद्रीय कानून मंत्री एक-दूसरे के युवा लुक पर कमेंट कर रहे हैं. 


केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्विटर पर वीडियो शेयर किया है. रिजिजू ने कैप्शन में लिखा, "मुझे यकीन है कि कोई भी भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के युवा लुक के बारे में विवाद नहीं करेगा." वीडियो में सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, "मैं कानून मंत्री के युवा लुक के साथ अपनी तुलना करने को सौभाग्य मानता हूं. मैं केवल ये कह सकता हूं कि वो वास्तव में युवा हैं और मैं केवल दिखावा करता हूं."






'कानून मंत्री वास्तव में युवा, मैं सिर्फ दिखावा करता हूं'


मुख्य न्यायाधीश ने कहा, "मैंने अभी गूगल सर्च किया तो पता चला कि जब कानून मंत्री का जन्म हुआ था, तब मेरी उम्र 12 साल और 8 दिन का हो चुकी थी. इसलिए मैं ये क्लियर कर रहा हूं कि कानून मंत्री वास्तव में युवा हैं और मैं सिर्फ दिखावा करता हूं. वो युवा की कैटेगरी में आते हैं. सीजेआई की इन बातों पर पूरा हॉल ठहाके मारकर हंसने लगा."


सीजेआई के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रिजिजू ने कहा, "वो मेरी जन्मतिथि देख चुके हैं तो मैं जन्मतिथि पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दूंगा. रिकॉर्ड में जो है उसे रहने दें, मैं उसे चुनौती नहीं दूंगा. जब कोई मुझे युवा दिखने वाला कानून मंत्री कहता है तो अच्छा लगता है. स्वाभाविक रूप से कौन युवा नहीं कहलाना चाहेगा? मुझे जो सबसे बड़ी खुशी मिली वो ये है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश युवा दिख रहे हैं."


हाल ही में वकीलों की तेंदुलकर से की थी तुलना


सीजेआई चंद्रचूड़ ने हाल ही में वकीलों को सलाह देते हुए उन्हें फाइलों को अच्छी तरह से पढ़ने की सलाह दी थी. उन्होंने कहा था कि बिना ब्रीफ वाला वकील बिना बैट वाले तेंदुलकर के समान होता है, इसलिए कोर्ट में जब भी पेश हों, फाइलों को जरूर पढ़ लें. सीजेआई ने ये टिप्पणी एक वकील की घटना पर की थी. दरअसल वो कोर्ट में प्रतिवादी की ओर से पेश हुआ था. सीजेआई ने जब उससे मामला ब्रीफ करने को कहा तो वो वकील कोई जवाब नहीं दे पाया था. 


ये भी पढ़ें-'जमानत याचिकाओं से भर गई हैं अदालतें', CJI चंद्रचूड़ ने बताया बेल देने से आखिर क्यों झिझकते हैं निचली अदालतों के जज