केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को सिविल एविएशन और कार्गो पर आयोजित 13वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि भारत में सिविल एविएशन सेक्टर विकास के प्रारंभिक चरण में है और यह तेजी से आगे बढ़ रहा है. यह सेक्टर विश्व विमानन उद्योग के लिए बड़ी क्षमता प्रस्तुत कर रहा है. सिंधिया ने कहा कि आज हमारे पास 720 विमानों का बेड़ा है. अगले कुछ सालों में यह और भी बड़ा हो जाएगा.


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत में एयरलाइन इकोसिस्टम की शक्ति को उजागर करने का समय आ गया है. भारत अगले 10 से 15 वर्षों में अपने 720 विमानों के बेड़े को बढ़ाकर 1000-2000 विमानों का कर लेगा. हम अपनी एयरपोर्ट क्षमता बढ़ाने जा रहे हैं. 70 वर्षों में हमारे पास भारत में 74 एयरपोर्ट थे और पिछले 8 वर्षों में हमने अतिरिक्त 70 एयरपोर्ट बनाए हैं. पिछले 8 वर्षों में इस क्षेत्र में जबरदस्त विकास हुआ है."


केंद्रीय मंत्री ने कहा, "भारतीय विमानन उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए सरकार द्वारा कई सकारात्मक उपाय किए गए हैं, जिसमें एविएशन टर्बाइन फ्यूल एटीएफ पर जीएसटी, नए हवाई अड्डे और मौजूदा हवाई अड्डों पर क्षमता, माल ढुलाई प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना और अन्य शामिल हैं." इस अवसर पर सिंधिया ने हवाई अड्डों, माल ढुलाई प्रबंधन एजेंसियों, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों, प्रशिक्षण संस्थानों और अन्य को विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता पुरस्कार भी प्रदान किए. इस सम्मेलन का उद्देश्य उन प्रमुख बिंदुओं को रेखांकित करना है, जिनका उद्योग सामना कर रहा है. 


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