कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन और अनेक मामलों में सजायाफ्ता छोटा राजन को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है. बताया जाता है कि फिलहाल उसकी हालत स्थिर है. छोटा राजन को कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते एम्स में भर्ती कराया गया है. तिहाड़ जेल में इस समय लगभग 240 कैदी कोरोना से संक्रमित हैं और उनमें से अनेक कैदियों को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया है.


छोटा राजन को दिल्ली एम्स में कराया गया भर्ती


तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक छोटा राजन उर्फ सदाशिव तिहाड़ जेल परिसर की जेल नंबर 2 के अति सुरक्षित वार्ड में बंदी है. सुरक्षा के मद्देनजर उसकी सेल में किसी और कैदी को नहीं रखा जाता है क्योंकि आशंका बनी रहती है कि जेल में मौजूद दाऊद गिरोह के गुर्गे के निशाने पर ना आ जाए. छोटा राजन को विभिन्न आपराधिक मामलों में 10 साल तक की सजा भी हो चुकी है.


ध्यान रहे छोटा राजन और दाऊद इब्राहिम कभी एक ही गिरोह में हुआ करते थे लेकिन दाऊद की भारत विरोधी शक्तियों के साथ मिलने के बाद छोटा राजन उससे अलग हो गया. इसके बाद बैंकॉक में दाऊद के आदमियों ने छोटा राजन पर हमला भी किया था जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके पेट की एक महत्वपूर्ण आंत को खासा नुकसान पहुंचा.


इसके बाद छोटा राजन को सीबीआई की तरफ से जारी की गई इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर मलेशिया में गिरफ्तार कर लिया गया और उसे प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया. भारत लाए जाने के बाद भी सुरक्षा कारणों के चलते उसे मुंबई की जेलों में नहीं रखा गया क्योंकि आशंका थी कि दाऊद समर्थित ग्रुप उसके खिलाफ षड्यंत्र रच सकते हैं और मुंबई की जेल में उस पर हमला हो सकता है.


पिछले दिनों कोरोना वायरस के देखे गए लक्षण-सूत्र


इस आशंका के मद्देनजर छोटा राजन को सभी मामलों की सजा भुगतने के लिए दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया. तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छोटा राजन मुंबई की विभिन्न अदालतों में पेश होता है जहां से अब तक उसे कुछ मामलों में 10 साल तक की सजा भी सुनाई जा चुकी है. तिहाड़ जेल सूत्रों ने बताया कि छोटा राजन के अंदर पिछले दिनों कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण देखे गए थे.


ऐसे में उसकी मेडिकल हिस्ट्री को ध्यान में रखते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन ने एम्स में भर्ती कराया. जेल सूत्रों के मुताबिक लगभग 240 कैदी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. ज्यादातर कैदी सामान्य लक्षण होने के चलते तिहाड़ जेल के ही आइसोलेशन वार्ड में हैं. ध्यान रहे तिहाड़ जेल प्रशासन कैदियों का समय-समय पर निरीक्षण कराता है और अगर किसी में कोरोना से संबंधित लक्षण पाए जाते हैं तो उसे तत्काल आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया जाता है.


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