China Army Budget: चीन (China) अपनी सेनाओं (Army) के आधुनिकीकरण (Modification) पर भारत से करीब चार गुना ज्यादा खर्च करता है. शुक्रवार को खुद रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) ने सिपरी की रिपोर्ट (Sipari Report) के आधार पर संसद (Parliament) में ये आंकड़ा पेश किया. सिपरी की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन (China) का सालाना सैन्य-खर्च 2.93 लाख करोड़ है जबकि भारत का मात्र 77 हजार करोड़ है.


शुक्रवार को लोकसभा सांसद नुसरत जहां (Nusarat Jahan) के लिखित सवाल के जवाब में रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट (Ajay Bhatt) ने बताया कि हालांकि भारत (India) दूसरे देशों के सैन्य खर्च का लेखा-जोखा नहीं रखता है. ग्लोबल थिंकटैंक, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च सेंटर (सिपरी) की वर्ष 2021 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका का सैन्य खर्च करीब 8 लाख करोड़ है.


रक्षामंत्रालय ने दिया सिपरी रिपोर्ट का हवाला
सिपरी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीन का सैन्य खर्च  2.93 लाख करोड़ है (293351 करोड़) है जबकि भारत का सैन्य खर्च 76598 करोड़ है. सिपरी की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में सैन्य खर्च के मामले में अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरे स्थान पर है.


स्वदेशी और स्टार्टअप को दिया प्रोत्साहन
रक्षा राज्य मंत्री (Defence State Minister) के मुताबिक, 2017-21 के बीच सशस्त्र सेनाओं (Armed Forces) के लिए जो हथियार (Wepon) और सैन्य साज-ओ-सामान खरीदे गए उनमें से करीब 41 प्रतिशत विदेशी थे जबकि करीब 59 प्रतिशत मेक इन इंडिया (Make in India) के तहत लिए गए थे. इस साल मेक इन इंडिया का टारगेट और बढ़ने की उम्मीद है. उन्होनें ये भी बताया कि मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी उपक्रम और स्टार्ट-अप (Startup) को प्रोत्साहन दिया जा रहा है.


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