नई दिल्ली: राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने आज नए वायुसेना चीफ का पद संभाला. उन्होंने एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की जगह ली. भदौरिया ने नेशनल वॉर मेमोरियल जाकर जवानों को श्रद्धांजलि दी. एयर चीफ मार्शल का पद संभालते ही भदौरिया ने पाकिस्तान को चेतावनी दी और कहा कि राफेल लड़ाकू विमान के कारण भारत चीन और पाकिस्तान पर भारी पड़ेगा.


उन्होंने कहा, ''राफेल एक सक्षम विमान है. यह गेम चेंजर होगा. राफेल भारत को पाकिस्तान और चीन से बढ़त दिलाएगा.'' आरकेएस भदौरिया राफेल लड़ाकू विमान खरीद टीम के चेयरमैन रह चुके हैं. यही नहीं वायु सेना के उन चुनिंदा पायलटों में से एक हैं जिन्होंने राफेल विमान उड़ाया है. जुलाई में भारत और फ्रांस की वायु सेनाओं के बीच गरुड़ अभ्यास के दौरान भदौरिया ने राफेल विमान उड़ाया था.


वायुसेना प्रमुख से जब पूछा क्या कि क्या भविष्य में बालाकोट एयर स्ट्राइक फिर संभव है? उन्होंने कहा, ''हम तब भी तैयार थे, हम आगे भी तैयार रहेंगे. किसी तरह की चुनौती और खतरे से निपटने के लिए हम तैयार हैं.''



एयर चीफ मार्शल भदौरिया को जून 1980 में भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में शामिल किया गया और वह कई पदों पर रहे. राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र भदौरिया ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ पुरस्कार भी जीता. करीब चार दशक की सेवा के दौरान भदौरिया ने जगुआर स्क्वाड्रन और एक प्रमुख वायु सेना स्टेशन का नेतृत्व किया.


उन्होंने जीपीएस का इस्तेमाल कर जगुआर विमान से बमबारी करने का तरीका ईजाद किया. यह वर्ष 1999 में ‘ऑपरेशन सफेद सागर’ में जगुआर विमान की बमबारी में भूमिका से खासतौर से जुड़ा है. भदौरिया को 26 तरह के लड़ाकू और परिवहन विमानों को 4,250 घंटों तक उड़ाने का भी अनुभव है.