नई दिल्ली/शिमला: सीबीएसई बोर्ड की 12वीं के इकोनॉमिक्स का पेपर लीक होने के मामले में दिल्ली पुलिस की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने तीन लोगों गिरफ्तार किया है. एसआईटी ने हिमाचल प्रदेश से प्राइवेट स्कूल के एक टीचर, एक क्लर्क और एक सहायक स्टाफ को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि एसआईटी को पता चला कि 26 मार्च को होने वाली परीक्षा से दो दिन पहले इकोनॉमिक्स का पेपर हाथ से लिखे हुए फॉर्मेट में लीक हुआ था.


हिमाचल में पुलिस ने टीचर की पहचान उना के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के राकेश कुमार के रूप में की है. दो अन्य को भी हिरासत में ले लिया गया है और तीनों को लेकर पुलिस राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हो गई. विशेष पुलिस आयुक्त आरपी उपाध्याय ने कहा, "प्रश्न-पत्र लीक मामले में एसआईटी ने 'वाट्सएप एडमिन', स्कूल के टीचर्स, ग्राउंड स्टाफ, स्टूडेंट्स और दूसरों सहित 70 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की." आरपी उपाध्याय ने कहा कि महत्वपूर्ण सुराग के आधार पर हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तारी की गई.


डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य अतुल महाजन ने बताया कि पुलिस की टीम वहां पहुंची और उसने उनसे पेपेर लीक मामले में पूछताछ की. उन्होंने कहा कि चूंकि वह परीक्षाओं से सीधे तौर पर नहीं जुड़े थे और राकेश कुमार को उन्होंने परीक्षाएं कराने की जिम्मेदारी सौंपी थी, इसलिए बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.


अतुल महाजन ने बताया कि पुलिस ने स्कूल से कुछ दस्तावेज भी एकत्र किए. जांचकर्ताओं ने डिलीट किए जा चुके व्हाट्सएप चैट और ग्रूप के सदस्यों और व्हाट्सएप एडमिन की तऱफ से एक-दूसरे से साझा किए गए संदर्भो का पता लगाने की कोशिश की. अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित 'व्हाट्सएप' हेडक्वार्टर को ईमेल के जरिए डिलीट की जा चुकी बातचीत का पता लगाने और इस मामले की गुत्थी सुलझाने में टीम कामयाब रही. इस मामले में एक अप्रैल को एक कॉन्वेंट स्कूल के दो अध्यापकों सहित तीन अन्य को गिरफ्तार किया गया था.