CBI Raid In Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB) द्वारा आयोजित लेखा सहायक परीक्षा (Accounts Assistant Exam) में कथित हेरफेर को लेकर बुधवार (30 नवंबर) को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने राज्य के 14 ठिकानों पर छापेमारी की थी.


उन्होंने बताया कि वित्त विभाग में लेखा सहायक की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर जांच एजेंसी ने लगभग 20 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की है. इन लोगों में जेकेएसएसबी की पूर्व सदस्य नीलम खजूरिया, अनुभाग अधिकारी अंजू रैना और चिकित्सा अधिकारी करनैल सिंह शामिल हैं.


किन अनियमितताओं के लगे थे आरोप?
जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड ने छह मार्च को परीक्षा आयोजित की थी और इसका परिणाम 21 अप्रैल को जारी किया था. इन रिजल्ट के आने पर सरकार और सेवा चयन बोर्ड पर आरोप लगे थे कि इस परीक्षा में धांधली हुई है. परीक्षा के परिणामों से पता चलता है कि जम्मू, कठुआ और रियासी जिलों से सबसे ज्यादा उम्मीदवारों को सिलेक्ट किया गया. इसके बाद इस परीक्षा को लेकर पेपर लीक और अन्य गडबड़ियों के आरोप लगने शुरु हो गये. बाकी जिलों के उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के खिलाफ आंदोलन करना शुरु कर दिया. 


अभ्यर्थियों ने मांग करते हुए कहा कि इस परीक्षा को रद्द किया जाए और इसमें हुई धांधली की जांच सीबीआई को सौंपते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.


एक जांच समिति का किया गया था गठन
एक सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि परीक्षा में कदाचार के संबंध में आरोप थे और जम्मू-कश्मीर सरकार ने इसकी जांच के लिए जांच समिति का गठन किया. समिति की रिपोर्ट में जेकेएसएसबी के अधिकारियों, बेंगलुरु स्थित एक निजी कंपनी, लाभार्थी उम्मीदवारों और अन्य के बीच कथित साजिश का खुलासा हुआ. यह भी आरोप लगाया गया कि जेकेएसएसबी ने बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी को प्रश्नपत्र तैयार करने का कार्य सौंपने में नियमों का उल्लंघन किया.


Jammu-Kashmir: 'ड्रोन ड्रॉपिंग की घटनाएं पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड, वहां की सेना साजिश में शामिल', BSF का खुलासा