CBI Extradition: हरियाणा के मोस्ट वांटेड को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई दुबई से प्रत्यर्पण कर भारत लेकर आई है. इस आरोपी के खिलाफ टोहाना पुलिस थाने में मर्डर, दंगे और जानबूझकर नुकसान पहुंचाने जैसी संगीन धाराओं में दर्ज मामले दर्ज हैं. इसके साथ ही इस मोस्ट वांटेड को उम्रकैद की सजा भी मिल चुकी है. इस खूंखार आरोपी का नाम नरेंद्र सिंह है.


सीबीआई की ग्लोबल ऑपरेशन सेंटर आबू दाबी इंटरपोल NCB के संपर्क में थी. आरोपी नरेंद्र सिंह के खिलाफ पहले से रेड कॉर्नर नोटिस जारी था. साल 2009 में हाई कोर्ट ने नरेंद्र सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई थी. 2023 में आरोपी नरेंद्र के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. सीबीआई इंटरपोल के साल 2023 में कुल 29 भगोड़े अपराधियों को प्रत्यर्पण कर हिंदुस्तान ला चुकी है और करीब 100 रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवा चुकी है.


कौन है नरेंद्र सिंह?


नरेंद्र सिंह दिसंबर 1994 में फतेहबाद के टोहाना पुलिस स्टेशन में हत्या, दंगा और जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने के अपराध में दर्ज एक मामले में वांछित था. करीब चार साल बाद ट्रायल कोर्ट ने उसे बरी कर दिया. पुलिस ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में अपील की, जिसने फैसले को पलट दिया.


नवंबर में सीबीआई ने जारी करवाया रेड कॉर्नर नोटिस


24 अक्टूबर 2009 को उसे दोषी ठहराया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. हरियाणा पुलिस के अनुरोध पर सीबीआई ने 7 नवंबर, 2023 को उसके खिलाफ इंटरपोल रेड नोटिस जारी करवाया. नरेंद्र सिंह की जगह और गिरफ्तारी के लिए सभी इंटरपोल सदस्य देशों को नोटिस प्रसारित किया गया था. इसके बाद उसे यूएई में हिरासत में लिया गया.


एजेंसी ने 16 फरवरी को कहा था, “इंटरपोल चैनलों के माध्यम से विदेशी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय और अनुवर्ती कार्रवाई के कारण, भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से वांछित लगभग 29 अपराधियों को 2023 में विदेश से वापस लाया गया था. सीबीआई ने 2023 में भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से वांछित अपराधियों और भगोड़ों पर इंटरपोल के माध्यम से 100 से अधिक रेड नोटिस जारी कराए हैं.”


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