सीजीएसटी यानी केंद्रीय उत्पाद शुल्क एवं वस्तु एवं सेवा कर विभागों में रिश्वतखोरी धड़ल्ले से चल रही है. सीबीआई ने दो दिनों में इन विभागों के अधीक्षक स्तर के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. इनमें दो अधिकारी भोपाल में जबकि एक अधिकारी महाराष्ट्र में गिरफ्तार किया गया. मामलों में आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया है.

 

किन-किन अधिकारियों को किया गया गिरफ्तार?

 

सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी के मुताबिक, सीजीएसटी एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क भोपाल के जिन दो अधिकारियों को आज गिरफ्तार किया गया, उनके नाम अंकुर खंडेलवाल और चेतन सक्सेना है. जबकि बारामती पुणे में अधीक्षक स्तर के जिस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया, उसका नाम कुलदीप शर्मा है, जो सेंट्रल जीएसटी वन में अधीक्षक पद पर तैनात था.

 

सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को मध्य प्रदेश की एक फार्म की तरफ से शिकायत मिली थी कि उसकी साझेदारी वाली फर्म से उसका मामला निपटाने के लिए अधिकारियों द्वारा दो लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है. सूचना के आधार पर सीबीआई ने मामले की आरंभिक जांच की और इस जांच के दौरान महत्वपूर्ण तथ्य सामने आने पर भोपाल में तैनात दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और उसके बाद जाल बिछाकर दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

 

मामले की जांच जारी

 

सीबीआई के मुताबिक दूसरा मामला महाराष्ट्र के बारामती पुणे का है. इस मामले में आरोप है कि अधीक्षक केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर वन बारामती ने शिकायतकर्ता की श्रम अनुबंध के मामले को निपटाने के लिए शुरुआती तौर पर 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की और बाद में वह 10 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करने के लिए राजी हुआ. सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी को शिकायतकर्ता  से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. दोनों ही मामलों में आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया है. मामले की जांच जारी है.

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