राजस्थान के 41 वर्षीय अंतरराज्यीय कार चोर को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था. इस चोर का नाम सत्येंद्र शेखावत है. ये पलक झपकते ही ही लग्जरी गाड़ियों को गायब कर देता था. शेखावत ने पिछले चार सालों में अकेले बेंगलुरू से 14 लग्जरी गाड़ियां चुराई. बेंगलुरु पुलिस की गिरफ्त में आए शेखावत के पास से एक टोयोटा फॉर्च्यूनर और एक ऑडी कार बरामद की गई. पुलिस की गिरफ्त में आए जयपुर के एक हाईटेक चोर ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.


देश के बड़े शहरों में हाईप्रोफाइल लोगों की सुपर लग्जरी कारों को चंद मिनटों उड़ा लेता था. गौर करने वाली बात ये है कि कार चुराने वाला सत्येंद्र शेखावत MBA पास है. शेखावत पर बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, आगरा सहित देश के कई और शहरों से कई लग्जरी गाड़ियां चुराने का आरोप है. इससे पहले भी वो कई बार जेल जा चुका है.


MBA पास है हाईटेक कार चोर सत्येंद्र शेखावत


टीओआई के मुताबिक आरोपी सत्येंद्र सिंह शेखावत स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (SUV) की डुप्लीकेट चाबियां बनाने के लिए आयातित गैजेट्स का इस्तेमाल करने के लिए कुख्यात था. शेखावत का नाम 2003 में पुलिस रिकॉर्ड में है. इसने कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र, हैदराबाद, गुजरात, तमिलनाडु, दमन और दीव और तेलंगाना से 40 से अधिक वाहन चुराए हैं. कई बार गिरफ्तार शेखावत इन जगहों की जेलों में जाना-पहचाना चेहरा बन गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि जमानत पर छूटने के बाद वह जल्द ही वाहन चोरी के धंधे में जुट जाता है. जयपुर निवासी शेखावत के पास एमबीए (फाइनेंस) की डिग्री है और उसका एक बेटा है जो कॉमर्स का छात्रा है. अगस्त 2021 में, तेलंगाना पुलिस ने शेखावत की पत्नी को कथित तौर पर चोरी के वाहन बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया और उसे राजस्थान की एक स्थानीय अदालत में पेश किया, जिसमें उसे जांच के लिए अपने राज्य में ले जाने के लिए बॉडी वारंट की मांग की गई थी.


हाईटेक डिवाइस से लग्जरी गाड़ियों का लॉक तोड़ता था


कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया था, जिससे पुलिस को उसे मुक्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा. फिर, शेखावत ने अपने वकील के जरिए तेलंगाना पुलिस के खिलाफ एक निजी शिकायत रिपोर्ट दायर की, जिसमें उनकी पत्नी को बिना सबूत के गिरफ्तार किया गया और फर्जी नाम से सिम कार्ड का इस्तेमाल किया गया. उसने तेलंगाना पुलिस को व्हाट्सएप संदेश भेजा, जिसमें उसने कहा कि मैं राजस्थान में हूं और पकड़ सकते हो तो पकड़ लो. इसके बाद पुलिस ने फोन ट्रैस किया और उसे दबोच लिया था. जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. अक्टूबर 2021 के ऑडी चोरी मामले की जांच कर रहे अमृताहल्ली पुलिस को सीसीटीवी सबूत मिले जिससे शेखावत की संलिप्तता का पता चला. यह पहली बार था जब बेंगलुरु पुलिस उसे गिरफ्तार कर पाई थी. गाड़ियों का लॉक तोड़ने के लिए वो हाईटेक डिवाइस का इस्तेमाल करता था. लाइसेंस प्लेट बदलने और फर्जी दस्तावेज बनाने के बाद लग्जरी गाड़ियों को अलग-अलग राज्यों में बेचता था.