Khalistani Terrorist Murder: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत को दोषी ठहराए जाने के मामले में केंद्र सरकार को कांग्रेस का साथ मिला है. कांग्रेस ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मामलों पर देश को सर्वोपरि रखा जाएगा और इस मुद्दे पर केंद्र को कांग्रेस का समर्थन है. खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कनाडा ने भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया है. इसके जवाब में भारत ने भी ऐसा ही किया है.


कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मंगलवार (19 सितंबर) को लिखा, "कांग्रेस का हमेशा से यह मानना है कि जब देश पर आतंकवाद का खतरा हो तो एकजुटता बनी रहनी चाहिए. खासकर ऐसी घटनाएं जिनसे भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता के लिए खतरा हो, कांग्रेस केंद्र के साथ मजबूती से खड़ी है.'


अभिषेक मनु सिंघवी ने भी उठाए सवाल


कांग्रेस के एक और सांसद अभिषेक मनु सिंह सिंघवी ने कनाडा के प्रधानमंत्री की आलोचना की. उन्होंने कहा कि भारत के लिए जितने खतरनाक दूसरे दुश्मन हैं, उतना ही जस्टिन ट्रूडो भी हैं. सिंघवी ने ट्रूडो की तुलना जोकर से करते हुए कहा कि धरती पर उनसे बड़ा जोकर कोई नहीं है. एक्स पर उन्होंने लिखा कि भारत को भी तुरंत कनाडा के हाई कमिशन की सुरक्षा घटा देनी चाहिए. ट्रूडो भी उन दूसरे लोगों की तरह खतरनाक है जो भारत के खिलाफ हैं.


क्या है विवाद


कनाडाई पीएम जस्टिन टुडो ने आरोप लगाया है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे रॉ के एजेंट का हाथ रहा है. उनके इस आरोप को भारत ने खारिज कर दिया और कहा कि ट्रूडो निराधार और उकसावे वाला बयान दे रहे हैं. इसके पीछे उनका अपने देश में राजनीतिक लाभ लेना है.


कनाडा की विदेश मंत्री मेलिना जोली ने घोषणा की कि एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया गया. उनका नाम पवन कुमार राय है. आरोप लगाया गया है कि वह रॉ के एजेंट हैं. 


भारत ने भी दिया है कड़ा संदेश 
इस मामले में भारत में भी तत्काल कार्रवाई की और कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके को बुलाकर एक सीनियर कनेडियन राजनयिक को निष्कासित करने की सूचना दी गई. उसका नाम ओलिवियर सिल्वेस्टर है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि केनेडियन राजनयिक का निष्कासन इसलिए किया गया है, क्योंकि वह भारत के आंतरिक मामलों और एंटी इंडिया गतिविधियों में शामिल रहा है.


ये भी पढ़ें:


निज्जर हत्या मामले पर कनाडा बोला- करें सार्वजनिक निंदा, बाइडेन प्रशासन ने इसलिए खारिज कर दिया था प्रस्ताव, जानें रिपोर्ट का दावा