ABP News- C Voter Survey: देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया है. ऐसे समय में विधानसभा चुनाव कराए जाने को लेकर तमाम लोगों ने सवाल उठाए. विपक्षी दलों ने पीएम मोदी की रैली पर भी सवाल उठाए. इस बीच मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर एबीपी न्यूज़ के लिए सी-वोटर ने सर्वे किया है. इस सर्वे में लोगों से पूछा गया कि कोरोना की दूसरी लहर के बीच पीएम मोदी का प्रचार कितना सही था?
सर्वे में 34 फीसदी शहरी और 29 फीसदी ग्रामीण लोगों ने कहा कि पीएम मोदी का प्रचार करना सही था. वहीं 58 फीसदी शहरी और 61 फीसदी ग्रामीण लोगों ने कहा कि पीएम मोदी का प्रचार करना गलत था. वहीं आठ फीसदी शहरी और 10 फीसदी ग्रामीण लोगों ने कहा कि कह नहीं सकते. सर्वे के मुताबिक, पीएम मोदी का प्रचार करना शहरी और ग्रामीण दोनों को पसंद नहीं आया.
लोगों से सवाल किया गया कि कोरोना की दूसरी लहर के बीच विधानसभा और पंचायत चुनाव टाल देना चाहिए था? इस सवाल पर बड़ी तादाद में जनता चुनाव टालने की पक्षधर दिखी. 62 फीसदी शहरी और 60 फीसदी ग्रामीण लोगों ने कहा कि हां टाल दिए जाने थे. वहीं 27 फीसदी शहरी और 28 फीसदी ग्रामीण लोग नहीं टाले जाने के पक्ष में थे. 11 फीसदी शहरी और 12 फीसदी ग्रामीण लोगों ने कहा कि कह नहीं सकते हैं.
बता दें कि मार्च और अप्रैल के महीने में पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुदुचेरी में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए थे. वहीं उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. सत्तारूढ़ दल का कहना है कि चुनाव कराए जाने का फैसला चुनाव आयोग का था.
नोट- ये स्नैप पोल 23 से 27 मई के बीच किया गया है. सर्वे में 12 हजार 70 लोगों से बात की गई है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी तक है.
C Voter Survey: मोदी सरकार-2 से सबसे बड़ी नाराजगी? जानें- क्या कहते हैं सर्वे