Bahujan Samaj Party: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की गिनती देश के चुनिंदा बड़ी महिला नेत्रियों में की जाती है. वह उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. गरीबों की बस्ती में गुजर-बसर करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री के पद तक का सफर तय किया. बहुत कम ही लोगों को पता होगा कि राजनीति से इतर मायावती को बागवानी करने का शौक है.


गाड़ियों में घूमने का भी शौक


दिल्ली की गरीब बस्ती में पली-बड़ी बसपा प्रमुख मायावती ने राजधानी की शानदार सरकारी कोठी में रहने से लेकर लखनऊ के सीएम आवास में शानो-शौकत का जीवन जिया है. पूर्व सीएम मायावती को बड़ी गाड़ियों में घूमने का भी शौक है. साथ ही उन्हें लजीज़ खाना बनाना भी आता है. खाना बनाने की बात उन्होंने एक इंटरव्यू में बताई थी कि "मुझे खाना बनाना आता है, लेकिन खाना बनाने में जितना समय खर्च करूंगी तो उतना समय समाज पर लगा दूं तो समाज को ज्यादा फायदा पहुंच सकता है."     


अकेलेपन पर दिया था ये जवाब


एक बार 'रूबरू कार्यक्रम' में पूर्व पत्रकार राजीव शुक्ला ने जब मायावती से पूछा था कि कभी-कभी आपको अकेलापन नहीं महसूस होता (शादी के संदर्भ में)? इस सवाल पर मायावती ने कहा था, "अकेलापन उसको महसूस होगा जिसकी मेहनत और लगन में दोहरा रवैया होगा... क्योंकि दलित शोषित समाज को तैयार करना बहुत कठिन काम है." 


घनघोर समर्थक या घनघोर विरोधी


मायावती के बारे में एक धारणा ये भी है कि लोग उनके या तो घनघोर समर्थक हैं या फिर घनघोर विरोधी हैं, लेकिन उन्होंने इसकी कभी चिंता नहीं की. समाजवादी पार्टी के संस्थापक और यूपी के पूर्व दिवंगत मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने मायावती के बारे में एक बार कहा था कि "मायावती को रीजनीति की दृष्टि में हम एक बहादुर महिला मानते हैं." हालांकि इन दिनों बसपा सुप्रीमो आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं. 


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