भोपाल: ऑनलाइन गेम ‘ब्लू व्हेल’ खेलते हुए मध्य प्रदेश के दामोह में एक छात्र ने खुदकुशी कर ली है. खेल का फाइनल स्टेप पूरा करने के लिए 11वीं के छात्र सात्विक ने चलती रेल के सामने आकर जान दे दी.


सात्विक के दोस्तों का कहना है कि वो काफी दिनों से ब्लू व्हेल खेल रहा था. उसने दोस्तों के साथ रहना बंद कर दिया था. दोस्तों के पूछने पर वह कहता था कि उसके पास टाइम नहीं है.

शनिवार को गेम का फाइनल टॉस्क पूरा करने के लिए सात्विक रेलवे प्लेटफार्म पर घुटने के बल बैठ गया और तेज़ रफ्तार से आती ट्रेन ने उसे कुचल कर मौत के घाट उतार दिया. उसके शरीर के चिथड़े चिथड़े हो गए.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में ब्लू व्हेल से मौत का ये पहला मामला है. इस से पहले देश के कई राज्यों में इस गेम के कारण कई लोगों ने खुदकुशी की है.  रुस से शुरु हुए इस गेम के कारण पूरी दुनिया में अबतक 130 से ज्यादा लोग अपनी जान दे चुके हैं.

एक महिला की जान बचा ली गई

इस बीच एक अच्छा खबर पुडुचेरी से आई है जहां पुलिस ने ब्लू व्हेल चुनौती के अंतिम चरण को कथित तौर पूरा करने के वाली महिला को लिया है. पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो उसने महिला को ढूंढ निकाला और उसकी जान बचा ली.

पुलिस अधीक्षक एस के गौतम का कहना है एक व्हाट्सएप ग्रुप से संदेश मिलने के बाद महिला को ढूंढ़ निकाला गया. मैसेज में महिला के असामान्य हरकत की बातें कही गई थी.

क्या है ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’?

ब्लू व्हेल चैलेंज एक ऐसा गेम है जो कि यूजर्स को सोशल मीडिया के जरिए 50 दिन में इसके चैलेंज को पूरा करने के टास्क बताएं जाते हैं. लास्ट टास्क में यूजर्स को सुसाइड से ही चैलेंज पूरा होने की बात कही जाती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस में ऐसे 10 गेम की वजह से 100 से ज्यादा बच्चों ने सुसाइड कर ली है. वैसे इस गेम के टास्क के दौरान कई ऐसे मौके आते हैं जो कि इंसान को सुसाइड के लिए उकसाते हैं. इस गेम में हाथ की नसों को काटने जैसे टास्क भी दिए जाते हैं.