लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को दिल्ली में बड़ा झटका लगा है. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने रविवार (28 अप्रैल 2024) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. लवली के इस्तीफे पर बीजेपी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, कांग्रेस के नेता ही उसके पाखंड के लिए आईना दिखा रहे हैं. 


शहजाद पूनावाला ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, कांग्रेस पार्टी के पास कोई मिशन या विजन नहीं है. पार्टी सिर्फ भ्रम, विभाजन और विरोधाभास में डूबी हुई है. उन्होंने कहा, दिल्ली में कांग्रेस ने ऐसे लोगों को टिकट दिया, जिनका दिल्ली से कोई लेना देना नहीं है. कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी दिल्ली की सड़कों पर इस बात का विरोध कर रहे थे. पूनावाला ने कन्हैया कुमार को दिल्ली से टिकट दिए जाने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, कन्हैया कुमार ने सशस्त्र बलों को गाली दी. नक्सलियों को शहीद कहा. इसके बावजूद उन्हें टिकट दिया गया. 


'राजनीतिक वजहों से साथ आए आप-कांग्रेस'


पूनावाला ने कहा, आप ने कहा था दिल्ली में कांग्रेस का अस्तित्व पूरी तरह खत्म कर देंगे. आप ने कहा था, शीला दीक्षित और सोनिया गांधी को जेल में डालेंगे. उधर कांग्रेस ने शिकायत की थी कि कैसे आम आदमी पार्टी शराब घोटाले में शामिल है. लेकिन सिर्फ राजनीतिक वजहों से कांग्रेस और आप साथ आ गए. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वोटर एक साथ आ जाएंगे. आज कांग्रेस अपने नेताओं को बनाए रखने में असमर्थ है क्योंकि उसके अपने नेता कांग्रेस को उसके पाखंड के लिए आईना दिखा रहे हैं.


अरविंदर लवली ने क्यों छोड़ी पार्टी?

अरविंदर लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चार पेज का पत्र भेजकर इस्तीफे का ऐलान किया. इस पत्र में उन्होंने कई वजहों का जिक्र किया है. इसमें दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का भी जिक्र है. लवली का दावा है कि कांग्रेस कार्यकर्ता भी आप के साथ गठबंधन के विरोध में थे. इतना ही हीं नहीं अरविंदर लवली ने अपने पत्र में कन्हैया कुमार भी जिक्र किया है. 


ये भी पढ़ें : Lok Sabha Elections 2024: ‘अगर मेरा मुंह खुला तो...’ अनुराग ठाकुर की औरंगजेब वाली टिप्पणी पर असदुद्दीन ओवैसी का पलटवार