Hamid Ansari Democracy Controversy: भारत में बढ़ती असहिष्णुता और हिंदू राष्ट्र की प्रवृत्ति को लेकर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि, लोगों को धर्म के आधार पर अलग करने की कोशिश की जा रही है. अब उनके इस बयान पर बीजेपी की तरफ से जवाब आया है. 


विदेशी मंच पर भारत की छवि धूमिल करते हैं लोग - बीजेपी 


बीजेपी के प्रवक्ता नलिन कोहली ने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार भारत के सभी लोगों के हित में काम कर रही है. बिना किसी भेदभाव के सभी को फायदा पहुंचाने का काम हो रहा है. इस सरकार का ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है, जिसमें देखा जाता है कि कौन हिंदू है और कौन मुसलमान है, बौद्ध है, ईसाई है. चाहे वो फिर महिला हो, किसान हो या फिर युवा हों. लेकिन कुछ लोग विदेशी मंच पर जाकर हिंदुस्तान को बदनाम करने की कोशिश करते हैं. प्रधानमंत्री विदेश जाकर देश की छवि सुधारते हैं और कुछ लोग भारत की छवि धूमिल करने विदेश जाते हैं. 


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हामिद अंसारी ने क्या कहा था?


दरअसल पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कुछ अमेरिकी सांसदों के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘हाल के वर्षों में हमने उन प्रवृत्तियों और प्रथाओं के उद्भव का अनुभव किया है, जो नागरिक राष्ट्रवाद के सुस्थापित सिद्धांत को लेकर विवाद खड़ा करती हैं और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की एक नई एवं काल्पनिक प्रवृति को बढ़ावा देती हैं. वह नागरिकों को उनके धर्म के आधार पर अलग करना चाहती हैं, असहिष्णुता को हवा देती हैं और अशांति और असुरक्षा को बढ़ावा देती हैं.’’


हामिद अंसारी के अलावा अमेरिकी सांसदों ने भी कहा कि, भारत में धार्मिक और भेदभाव को लेकर कई समस्याएं हैं. साथ ही अमेरिका के सांसदों ने भारत के लोकतंत्र सूचकांक में 27 से गिरकर 53 पर आने का भी जिक्र किया. बता दें कि इससे पहले ‘फ्रीडम हाउस’ ने भी भारत को ‘स्वतंत्र’ से ‘आंशिक रूप से स्वतंत्र’ श्रेणी में डाला था. जिसका इस कार्यक्रम  में जिक्र किया गया. 


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