Suvendu Adhikari On Sandeshkhali Violence: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की संदेशखाली में हिंसा को लेकर बीजेपी ममता बनर्जी की सरकार पर हमलावर है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्य प्रशासन पर महिलाओं के साथ अन्याय में अपराधियों की मदद का आरोप लगाया, तो दूसरी ओर हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने जा रहे बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी को बंगाल पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया.


राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी विधायकों का दल जब संदेशखाली के लिए रवाना हुआ तो उन्हें बासंती में ही रोक दिया गया. पुलिस ने धारा 144 लागू होने का हवाला देकर उन्हें रोका, जिसके बाद बीजेपी विधायक सड़कों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे.


उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें गैर कानूनी तरीके से रोका जा रहा है. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वे केवल थाने में अधिकारियों से बात करने जा रहे हैं.


ममता बनर्जी पर साधा निशाना
शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी राज्य की गृह मंत्री भी हैं. संदेशखाली में महिलाओं ने कई सालों से अपने साथ पुलिस की देखरेख में स्थानीय तृणमूल नेताओं के द्वारा यौन उत्पीड़न, मारपीट और गुंडागर्दी का खुलासा किया है. इस पर उन्हें ( ममता बनर्जी को) जवाब देना चाहिए. वह कानून व्यवस्था से संबंधित किसी भी सवाल का जवाब नहीं देतीं.





65 किलोमीटर दूर क्यों रोका?

शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘‘पुलिस ने हमें बासंती राजमार्ग पर रोक दिया जो संदेशखाली से 65 किलोमीटर दूर है. पुलिसवाले कहते हैं कि मेरे जाने से क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की समस्या हो सकती है."


उन्होंने कहा, ‘‘यह बेतुकी बात है. कानून-व्यवस्था की समस्या का हवाला देकर मुझे 65 किलोमीटर दूर कैसे रोका जा सकता है? वह भी उस जगह पर जहां (बासंती) धारा 144 लागू नहीं है.''


'ममता बनर्जी डर से थर-थर कांप रहीं हैं'
इससे पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा में बीजेपी विधायकों ने संदेशखाली से संबंधित नारे लिखी हुईं टीशर्ट पहनकर हिस्सा लिया. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी सहित बीजेपी के छह विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस पर शुभेंदु ने कहा कि हकीकत यह है कि ममता बनर्जी डर से थर-थर कांप रही हैं. वह सच्चाई को दबाना चाहती है. हमें डराने की कोशिश हो रही है, लेकिन हम डरेंगे नहीं, लड़ेंगे.


बता दें की संदेशखाली में पिछले 6 दिनों से हालात तनावपूर्ण हैं. बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरी महिलाओं ने आरोप लगाया था कि तृणमूल नेता शेख शाहजहां और उसके आपराधिक गिरोह ने सालों तक महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया है. पुलिस ने इसमें उन लोगों की (अपराधियों की) मदद की है.


ये भी पढ़ें: चुनावी मैदान में उतरने से पहले ही तितर-बितर हुआ विपक्ष, अब तक ये सहयोगी दे चुके हैं INDIA गठबंधन को झटका