Ayodhya: 9 नवंबर, साल 2019 जब देश की सबसे बड़ी अदालत (Supreme Court) ने वर्षों से चले आ रहे राम जन्मभूमि विवाद (Ram Janmabhoomi Dispute) को समाप्त करते हुए फैसला सुनाया. उसके बाद अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir construction) का रास्ता साफ हुआ. तो वहीं, अयोध्या में जमीन को लेकर कई बार विवाद और फर्जीवाड़े की खबरें सामने आई है, लेकिन इस बार जो खबर सामने आई है वह केवल फर्जीवाड़े तक सीमित नहीं है.


उसमें पूरा करप्शन (Corruption) का खेल चल रहा है. दरअसल, अयोध्या में अवैध प्लाटिंग और अवैध कॉलोनियों (Colonizer) की बाढ़ आ गई है, राम मंदिर के फैसले के बाद इस काम में सत्ता से जुड़े अहम पदों पर आसीन जनप्रतिनिधि, पूर्व जनप्रतिनिधि और प्लाटिंग का अवैध धंधा करने वाले. कुछ दिन पहले अयोध्या विकास प्राधिकरण (Ayodhya Development Authority) ने सरयू के कछार के जलमग्न क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग और कॉलोनियों के लिए किए गए सीमांकन को ध्वस्त कर दिया था.


वहीं, अयोध्या विकास प्राधिकरण की कार्रवाई के बावजूद शहर में अवैध प्लाटिंग और अवैध कॉलोनियों की भरमार है. इनमें नगर निगम अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा समेत कई अन्य के नाम शामिल हैं. इनमें कई ऐसे नामों की चर्चा है, जिनके बारे में कहा जाता है कि सत्ता में उनका दबदबा है. अवैध प्लाटिंग और कॉलोनियों को लेकर हलचल उस वक्त तेज हो गई जब सांसद लल्लू सिंह ने जमीन के इस बड़े खेल की एसआईटी जांच के लिए सीएम योगी को पत्र लिखा.


बीजेपी सांसद ने सीएम को लिखा पत्र
बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने सीएम को लिखे अपने पत्र में आगे कहा, अयोध्या में भू-माफियाओं का ऐसा दबदबा है कि पहले से संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर नजूल और डूब-क्षेत्र (दरिया बुर्ज) की जमीनों को कागज में लिखकर लोगों को गुमराह किया. साथ ही जमीनों को भू-माफियों के नाम कर दिया. लल्लू सिंह ने आगे लिखा- जमथरा घाट से गोलाघाट तक की जमीनों पर भूमाफिया का बिजनेस खूब आगे बढ़ रहा है. लल्लू सिंह ने अपने पत्र में जमथरा से गोलाघाट तक भू-माफियाओं और नजूल और डूब क्षेत्र की विक्रय की जमीन में करप्शन की जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की हैं.


सपा नेता पवन पांडे की मांग की जानिए
दूसरी, तरफ सपा नेता और अयोध्या से पूर्व विधायक पवन पांडे ने पवन पांडे ने कमिश्नर को पत्र लिखा. पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे ने अपने पत्र में लिखा- गोरखधंधे में विकास प्राधिकरण नजूल और राजस्व विभाग के कई भ्रष्ट अफसर भी शामिल है. शासन स्तर से उच्चस्तरीय जांच हो. सपा नेता ने मांग किया है कि अयोध्या विकास प्राधिकरण के कुछ खास पटल कार्यालय और नजूल के रिकॉर्ड रूम को तत्काल सील कर दिया जाए. 


अवैध प्लाटिंग की लिस्ट जारी
वहीं, अयोध्या विकास प्राधिकरण (Ayodhya Development Authority) ने 40 लोगों के अवैध प्लाटिंग (Illegal Plotting) की लिस्ट जारी की है. अयोध्या विधायक महापौर और पूर्व विधायक का नाम शामिल है. इस लिस्ट में अयोध्या (Ayodhya) के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा समेत कई अन्य बड़े नाम शामिल हैं.


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