FIR Against Priyanka Gandhi: विधानसभा चुनाव से पहले एक चिट्ठी को लेकर मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं. दरअसल, ठेकेदारों के एक संगठन ने जबलपुर हाई कोर्ट को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि उन्हें 50 फीसदी कमीशन देने पर पेमेंट मिलता है. 


कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मामले में ट्वीट कर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि राज्य में 50 फीसदी कमीशन वाली सरकार चल रही है. इस बीच भोपाल पुलिस ने प्रियंका को नोटिस भेजा है.


41 जिलों में एफआईआर दर्ज
बीजेपी ने प्रियंका गांधी के आरोपों को झूठा बताया और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ 41 जिलों में एफआईआर दर्ज करवाई. इस एफआईआर में प्रियंका गांधी के अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, कांग्रेस नेता अरुण यादव, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश और शोभा ओझा के नाम शामिल हैं. 


सरकार ने मांगे सबूत
इस मामले पर सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'आदमी है नहीं, संस्था फर्जी है और चिट्ठी भी फर्जी है.' वहीं, राज्य के गृह मंत्री ने नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेताओं से आरोपों पर सबूत मांगा है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस आरोपों के सबूत दे, नहीं तो कार्रवाई के विकल्प खुले हैं."


'फर्जी चिट्ठी के आधार पर लगाए आरोप'
इसके अलावा मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने भी कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस ने झूठ और नफरत की दुकान खोल रखी है. मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने झूठी चिट्ठी के आधार पर सरकार पर आरोप लगाए हैं.


क्या थी प्रियंका की पोस्ट?
बता दें कि प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर एक अखबार की खबर को पोस्ट करते हुए लिखा था कि मध्य प्रदेश में ठेकेदारों के संघ ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने शिकायत की है कि मध्य प्रदेश में 50 फीसदी कमीशन देने पर ही पेमेंट मिलता है. 


कांग्रेस नेता ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी की भ्रष्ट सरकार 40 फीसदी कमीशन की वसूली करती थी. वहीं, मध्य प्रदेश बीजेपी ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. प्रियंका गांधी ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने 40 फीसदी कमीशन वाली सरकार को बाहर किया था, अब मध्य प्रदेश की जनता 50 फीसदी कमीशन वाली बीजेपी सरकार को भी सत्ता से बेदखल कर देगी.



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