नई दिल्ली: बीजेपी नेता और केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी को लेकर न्यूज़ वेबसाइट 'द वायर' की रिपोर्ट को गढ़ी हुई स्टोरी करार देते हुए कहा कि इसके जरिए अमित शाह की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है. पीयूष गोयल ने कहा कि वेबसाइट, वेबसाइट के संपादक और रिपोर्टर के खिलाफ 100 करोड़ रुपये के आपराधिक मानहानि का केस दर्ज किया जाएगा.
जय शाह पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए पीयूष गोयल ने कहा, "ये झूठ और पूरी तरह से आधारहीन और दुर्भावनपूर्ण भाव से किए गए अपमानजनक आरोप हैं. हम इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन करते हैं, नकारते हैं."
आरोपों को मनगढ़ और झूठ करार देने के साथ ही पीयूष गोयल ने कहा, "जय शाह कानून का पालन करने वाले बिजनेसमैन हैं. उन्हें बैंक से लोन नहीं मिला इसलिए अनसिक्योर्ड लोन लिया गया, जो लोन लिया उसे ब्याज सहित TDS काटकर चुकाया है."
उन्होंने कहा कि जय शाह की कंपनी में ट्रांजेक्शन के सारे हिसाब किताब कानून के मुताबिक किए जाते हैं, उनमें टैक्स भरे जाते हैं. वेबसाइट की तरफ से ग़लत आंकड़े देकर झूठ फैलाने की कोशिश की गई है.
रेल मंत्री ने कहा कि इस खबर को सनसनी बनाने की कोशिश की गई है. उनका कहना था कि कॉमोडिटी मार्केट में नई कंपनी का टर्नओवर बढ़ना कोई बड़ी बात नहीं है. 16 हज़ार गुना क्या 16 लाख गुना भी बढ़ सकता है. उनका कहना था कि भले ही 2015-16 में कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ रुपये था, लेकिन कंपनी को 1.5 करोड़ घाटा हुआ.
इस मामले में बीजेपी नेता ने कांग्रेस पर भी अटैक किया. कांग्रेस के अपने कारनामों पर हमला करते हुए गोयल ने कहा, "मेरी ख्वाहिश है कि कांग्रेस जस्टिस एसएन ढिंगरा कमिशन की रिपोर्ट को नहीं दबाए और कांग्रेस परिवार की सच्चाई को बताए. हम कांग्रेस की तरह बेईमानी से काम नहीं करते."
पीयूष गोयल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजेश खांडवाला और अमित शाह के पारिवारिक संबंधों पर भी सफाई दी.
जय शाह की सफाई
बीजेपी की तरफ से सफाई आने के बाद जय शाह ने भी अपनी तरफ भी सफाई पेश की है और खुद को पाक साफ बताया है.
जय शाह ने अपनी सफाई में कहा, "आज सुबर 'द वायर' ने एक लेख प्रकाशित किया 'The Golden Touch of Jay Amit Shah'. जो रोहिणी सिंह ने लिखा है. वेबसाइट के संपादक सिद्धार्थ वरदराजन हैं. वेबसाइट में झूठ दिखाने की कोशिश की गई है. मेरी प्रतिष्ठा को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है. लोगों के मन में ऐसी छवि बनाने की कोशिश की गई है कि मेरे व्यवसाय में मेरी सफलता मेरे पिता की राजनीतिक हैसियत से मिली है. मेरा व्यवसाय पूरी तरह से कानून का पालन करता है. जो मेरे टैक्स रिकार्ड और बैंक ट्रांजेक्शन से पता चलता है. किसी कॉपरेटिव बैंक से लोन नियम कानून के हिसाब से लिए गए."
जय शाह ने आगे कहा, "मैंने लोन पर ब्याज पूरे तय समय के अंदर में चेक से लौटाए हैं. मैंने लोन लेने के लिए अपनी परिवार की संपत्ति को गिरवी रखा. मेरे वकील ने सारे ट्रांजेक्शन की जानकारी पत्रकारों को दे दी है. मेरे पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है."
राहुल गांधी की चुटकी
अब जब सत्ताधारी बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष के बेटे पर आरोप हैं तो विपक्षी पार्टी का हमलावर होना लाजमी है. इसलिए राहुल ने अमित शाह को निशाने पर लिया और इसे नोटबंदी से जोड़ा. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "आखिर पता चल गया है कि नोटबंदी का फायदा किसको हुआ. न आरबीआई, न गरीब, न किसान. It's the Shah-in-Shah of Demo. Jai Amit."
कांग्रेस के आरोप
कबिल सिब्बल का कहना था कि अमित शाह के बेटे की कंपनी टेम्पल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड मार्च 2013 में घाटे में थी और ये घाटा 6,239 रुपये था. मांर्च 2014 में भी कंपनी घाटे में रही और घाटा था 1,724 रुपये. लेकिन 2014-15 में ये कंपनी मुनाफे में आ गई. यानि मई 2014 में कुछ बदलाव हुआ और मुनाफे का कारवां चल पड़ा. मुनाफा था 18,728 रुपये और कंपनी का कुल राजस्व था सिर्फ 50,000 रुपये. लेकिन असल बदलाव 2015-16 में हुआ, जब कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ हो गया. एक साल में टर्नओवर में ये बढ़ोतरी 16,000 गुना रही.
इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने अमित शाह के बेटे की दूसरी कंपनी कुसुम फिनसर्व को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए. इस कंपनी में जय अमितभाई शाह का शेयर 60 फीसदी है.
कपिल सिब्बल का कहना था, “गड़बड़ी हुई है या नहीं ये तो जांच से पता चलेगा, हम जांच की मांग कर रहे हैं. क्या पीएम जांच करवाएंगे? मैं पीएम से ये जानना चाहता हूँ कि क्या अब आप सीबीआई को जांच सौपेंगे? जिसके नाम में जय अमित शाह लगा हो उसे कौन गिरफ्तार करेगा?”