नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आज शाम पांच बजकर पांच मिनट पर अंतिम सांस ली. वे 11 जून से अस्पताल में भर्ती थे. 93 वर्षीय वाजपेयी के निधन के बाद देशभर में शोक की लहर है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एक के बाद एक आठ ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. शाह वाजपेयी की नाजुक हालत की खबर के बाद आज दिनभर एम्स में डटे रहे.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को विनम्र श्रद्धांजलि. अटल जी की स्मृतियों को नमन. अटल जी को कोटि-कोटि वंदन.''
उन्होंने वाजपेयी की एक कविता भी शेयर किया. उन्होंने लिखा, ठन गई ''मौत से ठन गई. जूझने का मेरा इरादा न था. मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था. रास्ता रोक वह खड़ी हो गई. यों लगा ज़िन्दगी से बड़ी हो गई. मौत की उमर क्या है?दो पल भी नहीं. ज़िन्दगी सिलसिला,आज कल की नहीं. मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं. लौटकर आऊंगा,कूच से क्यों डरूं?''
‘भारत रत्न’ और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का निधन, देश भर में शोक की लहर
अमित शाह ने लिखा, ''अटल जी के विचार, उनकी कविताएं, उनकी दूरदर्शिता और उनकी राजनीतिक कुशलता सदैव हम सबको प्रेरित व मार्गदर्शित करती रहेंगी. भारतीय राजनीति के ऐसे शिखर पुरुष को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूँ और ईश्वर से उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ. ॐ शांति शांति शांति.''
उन्होंने आगे लिखा, ''विचारधारा के लिए समर्पित एक स्वयंसेवक व संगठन के एक अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में अटल जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है. एक ऐसे विरले राजनेता,प्रखर वक्ता,कवि और अभिजात देशभक्त,भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन न सिर्फ भाजपा बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है.''
बीजेपी अध्यक्ष ने लिखा, ''जहां एक तरफ अटल जी ने विपक्ष में जन्मी पार्टी के संस्थापक व सर्वोच्च नेता के तौर पर संसद और देश में एक आदर्श विपक्ष की भूमिका निभाई वहीं प्रधानमंत्री के रूप में देश को एक निर्णायक नेतृत्व भी प्रदान किया. अटल जी ने अपने विचारों और सिद्धांतों से भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी है.''
उन्होंने लिखा, ''बीजेपी के संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष के नाते उन्होंने संगठन को अपने तप और अथक परिश्रम से सींच कर एक वटवृक्ष बनाया.''
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