नई दिल्ली: देश में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. बर्ड फ्लू अब तक देश के कई राज्यों में फैल चुका है. फ्लू के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने कंट्रोल रूम बनाया है. वहीं मध्य प्रदेश सरकार ने दक्षिण भारत के केरल सहित सीमावर्ती राज्यों से 10 दिन तक के लिए मुर्गो की सप्लाई पर अस्थाई तौर पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है. हालांकि यहां मुर्गो में अभी फ्लू के फैलने के प्रमाण नहीं मिला है, कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है, "केरल और दक्षिण भारत के कुछ अन्य राज्यों से भेजे गए मुर्गे-मुर्गी अगले 10 दिन तक मध्य प्रदेश में प्रवेश नहीं कर सकेंगे. इसके साथ ही मुर्गे-मुर्गियों के अंतरराज्यीय परिवहन पर रोक को लेकर मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों के प्रशासन को निर्देश जारी किए जा रहे हैं."


वहीं राज्य के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा, "कौओं में पाया जाने वाला वायरस एच5एन8 है, जबकि मुर्गियों में सामान्यत वायरस एच5एन1 होता है. सभी जिलों को भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुसार कार्यवाही, सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं."


केरल, हरियाणा के लिए केंद्रीय टीमों की तैनाती
देश में अब तक केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में 12 स्थानों पर एवियन इन्फ्लुएंजा या बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. जहां तक हरियाणा का सवाल है, पंचकुला में मुर्गी पालन केंद्रों में इन पक्षियों की अस्वाभाविक मौत के मामलों के सामने आए हैं. केंद्र ने केरल और हरियाणा के 'बर्ड फ्लू' से प्रभावित जिलों के लिए बहु-विषयक टीमों की तैनाती की है. बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद केरल के दो जिलों में हजारों मुर्गियों और बत्तखों को मार दिया गया. राजस्थान में झालावाड़, कोटा, बारन और जयपुर जिलों के बाद सवाई माधोपुर से भी नया मामला आया है.


तमिलनाडु और कर्नाटक के बाद पंजाब ने भी अपने अधिकारियों को सतर्क कर दिया है. हिमाचल प्रदेश ने कांगड़ा जिले में नमभूमि के आसपास के क्षेत्रों में 28 दिसंबर के बाद करीब 3,000 प्रवासी पक्षियों की मौत के मद्देनजर मुर्गियों के नमूने जांच के लिए भेजे हैं.


बर्ड फ्लू के प्रकोप से निपटने के लिए एडवायजरी जारी
बर्ड फ्लू के प्रकोप से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को एडवायरी जारी की गई है जिसमें पक्षियों के इस रोग से निपटने के लिए बनाई गई राष्ट्रीय कार्ययोजना को अमल में लाने को कहा गया है. यह जानकारी केंद्रीय पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से बुधवार को दी.


राज्यों को वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर पक्षियों के असामान्य मौत की रिपोर्ट लेने को कहा गया है. इसके अलावा अन्य राज्यों को भी पक्षियों की असमान्य मौत पर निगाहें रखने और आवश्यक कदम उठाने के लिए शीघ्र रिपोर्ट करने को कहा गया है. केंद्र के पशुपालन और डेयरी विभाग ने एक कंट्रोल रूम बनाया है जिसमें रोजाना आधार पर प्रदेशों से बर्ड फ्लू की स्थिति और किए जा रहे रोकथाम के उपायों का जायजा लिया जा रहा है.


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