Bird Flu in Kerala: कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया पर बर्ड फ्लू का खतरा भी मंडरा रहा है. केरल के कोट्टायम जिले की तीन अलग-अलग पंचायतों में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हुई है. संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने मुर्गियों और बत्तखों को मारने का आदेश दिया है. इसके तहत जिले में 6,000 से अधिक पक्षियों को मार दिया गया है, इनमें ज्यादातर बत्तखें शामिल थीं. 


जिला प्रशासन ने एक विज्ञप्ति जारी करके कहा, "जिले के वेचुर, नीनदूर और अरपुकारा पंचायतों में शनिवार (24 दिसंबर) को कुल 6,017 पक्षी मारे गए, जिनमें ज्यादातर बत्तखें हैं." जिला प्रशासन ने बताया, "वेचुर में करीब 133 बत्तख और 156 मुर्गियां, नीनदूर में 2,753 बत्तख और अरपुकारा में 2,975 बत्तख मारी गई हैं. इनमें बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा नामक अत्यधिक संक्रामक जेनेटिक रोग पाया गया." उधर, लक्षद्वीप के प्रशासन ने केरल में बर्ड फ्लू के प्रकोप को देखते हुए वहां फ्रोजन चिकन बेचने पर रोक लगा दी है.


केंद्र से केरल भेजी गई थी टीम


रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले सरकार ने अलप्पुझा जिले की हरिपद नगरपालिका में कई पक्षियों की मौत के बाद मुर्गियों और बत्तखों को मारने का आदेश दिया था. यहां करीब 20,471 पक्षियों को मारा गया. अलप्पुझा जिले के कलेक्टर ने बत्तख, मुर्गी, बटेर समेत घरेलू पक्षियों के अंडे और मांस को खाने और बेचने पर भी रोक लगाई थी. वहीं, केंद्र सरकार की ओर से भी एक टीम भेजकर हालातों का जायजा लिया गया. 


क्या है बर्ड फ्लू?


बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लुएंजा भी कहते हैं, जो एक वायरल इन्फेक्शन है. अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, बर्ड फ्लू आमतौर पर जंगली पक्षियों के जरिये पालतू पक्षियों में फैलता है. यह वायरस पक्षियों की आंतों या श्वसन तंत्र पर हमला करता है और उन्हें बीमार कर देता है. कई मामलों में इससे पक्षियों की मौत भी हो जाती है.


क्या इंसानों को भी हो सकता है खतरा?


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू, इन्फ्लुएंजा वायरस है जो इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है. जब कोई इंसान किसी संक्रमित पक्षी से सीधे तौर पर संपर्क में आता है तो उसके भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. 


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