Birbhum Violence: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा के बाद अब ममता सरकार एक्शन में नजर आ रही है. विपक्ष के तमाम आरोपों और हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच सीएम ममता बनर्जी पुलिस को कड़े निर्देश जारी कर रही हैं. जिसके बाद आरोपियों और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसी क्रम में अब रामपुरहाट के एसडीपीओ सयान अहमद को सस्पेंड कर दिया गया है. 


जिम्मेदार अधिकारियों पर गाज
रामपुरहाट में हुई इस बड़ी हिंसा की घटना के बाद ये कार्रवाई हुई है. रामपुरहाट के एसडीपीओ को सस्पेंड करने के अलावा उनका राज्य के फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट में ट्रांसफर किया गया है. वो यहां फिलहाल ऑफिसर ऑन कंपल्सरी वेटिंग रहेंगे. यानी जब यहां पद खाली होगा तो उनकी नियुक्ति की जाएगी. इससे पहले भी कुछ अधिकारियों पर गाज गिर चुकी है. रामपुरहाट में बतौर इंस्पेक्टर इंचार्ज तैनात एक अधिकारी को भी सस्पेंड किया गया है. 


टीएमसी नेता की गिरफ्तारी
इससे पहले ममता बनर्जी के निर्देश के बाद पुलिस ने एक टीएमसी नेता को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) रामपुरहाट-1 के ब्लॉक अध्यक्ष अनारुल हुसैन को गिरफ्तार किया. इसे लेकर एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि, इलाके में संभावित अशांति के बारे में स्थानीय लोगों की आशंका पर ध्यान नहीं देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. यही अशांति बाद में हिंसा में तब्दील हो गई थी. अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश देने के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने हुसैन को जिले के तारापीठ से गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि स्थानीय टीएमसी नेता से उस घटना के बारे में पूछताछ की जाएगी जिसमें मंगलवार को आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था. 


बता दें कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में मंगलवार 22 मार्च को कुछ घरों को आग के हवाले कर दिया गया. इस घटना में दो बच्चों समेत 8 लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी. माना जा रहा है कि यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के बाद बदला लेने की भावना से हुई. 


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