Bipin Rawat Helicopter Crash: भारत के पहले सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने रक्षा के क्षेत्र में यूके और भारत के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में बहुत मेहनत की. यह बहुत बड़ा नुकसान है. हम उन्हें, उनकी पत्नी और दुर्घटना में मारे गए अन्य सभी लोगों को याद करते हैं, जिनमें ब्रिटिश उच्चायोग के कई करीबी दोस्त भी शामिल हैं. 


ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा कि यह अविश्वसनीय रूप से दुखद है. वह एक डिफेंस के क्षेत्र में अग्रणी थे, उन्होंने संयुक्त रक्षा दृष्टिकोण शुरू किया था, जिसका हम यूके में पालन करते हैं. उन्होंने भारत में उस दृष्टिकोण का नेतृत्व किया. एक महान नेता, एक सैनिक और एक अच्छे इंसान को खोना भारत के लिए बहुत दुखद है. 


'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा', देश के पहले CDS के आखिरी सफर पर बोले लोग


श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा कि बिपिन रावत का निधन एक वास्तविक त्रासदी है. हमारे राष्ट्रपति ने सीडीएस की अंतिम विदाई के लिए अपने दूत के रूप में श्रीलंका के सीडीएस और आर्मी कमांड को भेजा है. हमारा दिल टूट गया है. हमारी सेना में कई वरिष्ठकर्मी उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं. वह श्रीलंका के मित्र रहे. सीडीएस बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में नागरिकों ने "जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा" के नारे लगाए. सीडीएस की अंतिम यात्रा दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर श्मशान की ओर बढ़ रही है.


 




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भारतीय वायुसेना ने कहा है कि 8 दिसंबर को हुई दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है. जांच तेज़ी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे. तब तक मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है.