पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा किया है कि उनकी सरकार 'राष्ट्रपिता' महात्मा गांधी के दिखाए रास्ते पर अग्रसर है. उन्होंने आज कहा कि उनकी सरकार पूर्णशराबबंदी और महिला सशक्तिकरण कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के दिखाए रास्ते पर काम करने की कोशिश कर रही है.

हम गांधी जी द्वारा चलाए उन स्कूलों को देखा है

चंपारण सत्याग्रह स्मृति समारोह 2017-18 के उपलक्ष्य में पश्चिम चंपारण जिला के गौनाहा प्रखंड के मुरली भरहवा में एक कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नीतीश ने कहा कि 'चंपारण सत्याग्रह के बाद गांधी जी ने इस क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए बहुत काम किया. हम गांधी जी द्वारा चलाए उन स्कूलों को देखा है. हमें गांधी जी के विचार को जन जन तक ले जाना है.'

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अगर 10 से 15 प्रतिशत युवा भी गांधी जी के विचारधारा को अपना लेते हैं तो...

10 अप्रैल 2017 से 21 अप्रैल 2018 तक कार्यक्रम चलाया जाएगा. अगर 10 से 15 प्रतिशत युवा भी गांधी जी के विचारधारा को अपना लेते हैं तो समाज बदल जाएगा. उन्होंने कहा कि एक साल के भीतर पश्चिम चंपारण जिला के हर पंचायत को खुले में शौच से मुक्त बनाया जाएगा.

गांधी जी जब बेतिया आए थे तो हजारीमल धर्मशाला में ठहरे थे

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी जब बेतिया आए थे तो हजारीमल धर्मशाला में ठहरे थे. इस धर्मशाला को स्मारक के तौर पर विकसित करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि 'मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कालेज में एक कुआं हैं जहां गांधी जी ने स्नान किया था. उस कुआं को बचाकर रखा गया है. हमने देखा कि उस कुएं में पानी उपलब्ध नहीं होने के मद्देनजर उसकी और खुदाई की जाए.'

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गांधी जी के दिखाए गए रास्तों पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं

नीतीश ने कहा कि हम गांधी जी के दिखाए गए रास्तों पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं. महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काफी काम किया गया है. महिलाओं के लिए पोशाक योजना, साइकिल योजना, सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण तथा नगर निकायों एवं पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है.

महिलाओं के उत्थान के लिए जीविका के समूह का गठन किया जा रहा है

उन्होंने कहा कि इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के उत्थान के लिए जीविका के समूह का गठन किया जा रहा है. आज महिलाएं कितनी आयीं है और जीविका की दीदियां सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ रही हैं. शराबबंदी की मांग जीविका की दीदीयों द्वारा की गयी थी. उनकी मांग को हमने पिछले साल पूरा किया.

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बिहार शराबबंदी से नशामुक्ति की ओर बढ़ रहा है

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज की कुरीतियों के खिलाफ हम लड़ रहे हैं. बिहार शराबबंदी से नशामुक्ति की ओर बढ़ रहा है. गत 21 जनवरी को इसके लिए मानव श्रंखला बनायी गयी थी जिसमें 4 करोड़ लोगों ने भाग लिया था. इसी तरह से समाज की अन्य कुरीतियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा.

बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा

बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. कानून तो मौजूद है लोगों को जागरुक किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि मुरली भरहवा गांव में पंडित राजकुमार शुक्ल की स्मृति में एक स्मारक बनाया जाएगा जहां उनकी मूर्ति भी स्थापित की जाएगी.