बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव खत्म हो चुका है, जिसके बाद अब लोगों की निगाहें एग्जिट पोल पर टिकी हुई है. थोड़ी देर में सभी टीवी चैनल पर सर्वे एजेंसियां अपना-अपना आंकड़ा जारी करेगी, जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकेगा कि राज्य में किसकी सरकार बन सकती है.
पिछले कुछ चुनावों पर नजर डालें, तो यह साबित होता है कि हर बार एग्जिट पोल के आंकड़े सही नहीं होते हैं. कई बार सर्वे के अनुमान और असली नतीजे एक-दूसरे के बिल्कुल विपरीत रहे हैं. इसके बावजूद चुनाव खत्म होते ही लोगों की निगाहें एग्जिट पोल पर टिक जाती है.
बिहार में दूसरे चरण का मतदान खत्म होते ही अब हर तरफ यह चर्चा शुरू हो चुकी है कि बिहार में अगली सरकार किसकी बनेगी? 2015 और 2020 के बिहार विधानसभा चुनावों में भी एक्जिट पोल्स ने जिस तरह से आंकड़े पेश किए थे, उसमें नतीजे बिल्कुल विपरीत आए थे.
2024 लोकसभा चुनाव
एक्जिट पोल के आंकड़ों का सबसे ताजा उदाहरण साल 2024 में देश में हुआ लोकसभा चुनाव है. कई एक्जिट पोल्स के आंकड़ों के मुताबिक भाजपा के नेतृत्व वाली NDA को 400 से ज्यादा सीटें मिलती दिखाई गई थी, लेकिन जब आंकड़ें सामने आए तो गठबंधन को मात्र 293 सीटें ही हासिल हुई. वहीं, साल 2019 की तुलना में अकेले भाजपा को मात्र 240 सीटें ही मिलीं.
2024 हरियाणा विधानसभा चुनाव
वहीं, हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी ज्यादातर एग्जिट पोल ने कांग्रेस पार्टी को 44 से 64 सीटों के साथ बहुमत की सरकार बनाते हुए दिखाया था, लेकिन जब नतीजे सामने आए तो बीजेपी ने 48 सीटें हासिल की.
2023 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव
2023 में छत्तीसगढ़ में हुआ विधानसभा चुनाव है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जैसे ही मतदान खत्म हुए, वैसे ही करीब-करीब सभी बड़े एग्जिट पोल्स ने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस पार्टी स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी. लेकिन जैसे ही वोटों की गिनती हुई तो नतीजे बिल्कुट विपरीत आए और राज्य में भाजपा की सरकार बनी.
2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव
दिल्ली में 2015 का विधानसभा चुनाव भी इस लिस्ट में शामिल है. केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बाद एक्जिट पोल्स में आम आदमी पार्टी (AAP) की जीत को लेकर कोई संकेत नहीं थे, लेकिन जब नतीजे सामने आए तो आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी.