आजादी के बाद पहली बार बिहार में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की अहम बैठक हुई. बुधवार (24 सितंबर, 2025) को पटना में हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और पार्टी के सीनियर नेता शामिल रहे. बैठक करीब साढ़े चार घंटे तक चली. इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. 

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राहुल गांधी ने बिहार में वोटर अधिकार यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में नागरिकों के अधिकारों और संविधान पर आक्रमण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 15 दिन तक अलग-अलग जिलों में यात्रा के दौरान युवाओं को जागरूक किया गया और बिहार के युवाओं ने इसमें पूरी भागीदारी दिखाई. राहुल ने कहा कि लोकसभा में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के सामने जातीय जनगणना और 50% आरक्षण की दीवार को तोड़ने की बात कही है.

दलित और अतिपिछड़े वर्ग के लिए विशेष योजनाएंराहुल गांधी ने कहा कि दलितों और अतिपिछड़ा वर्ग को सही हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. उन्होंने एनएफएस को कानूनी मान्यता देने, जमीनहीनों को 3 डेसीमल जमीन देने और सरकारी कॉन्ट्रैक्ट में EBC, SC, ST, OBC को 50% आरक्षण देने की बात कही. राहुल ने इसे जनता की आवाज करार दिया और कहा कि ये उनका विजन नहीं बल्कि अतिपिछड़ों का विजन है.

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बीजेपी पर निशाना, नीतीश सरकार पर सवालराहुल ने बीजेपी पर संविधान को खत्म करने का आरोप लगाया और कहा कि नीतीश सरकार बीस सालों से सत्ता में होने के बावजूद अतिपिछड़ा वर्ग और दलितों के लिए ये काम नहीं कर पाई. उन्होंने कहा कि भाजपा और राज्य सरकार केवल वोट के लिए जनता का इस्तेमाल कर रही हैं. राहुल ने हाइड्रोजन बॉम्ब का उदाहरण देते हुए कहा कि जब समय आएगा, तो सही बदलाव होगा.

तेजस्वी यादव का आरोप: संविधान और आरक्षण के खिलाफ सरकारबैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी लड़ाई संविधान बचाने और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को मुख्यधारा में लाने की है. उन्होंने कर्पूरी ठाकुर और लोहिया के अधूरे सपनों को पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई. तेजस्वी ने आरक्षण बढ़ाने और दलित-पिछड़े समाज के लोगों को निर्णय और नीति निर्माण में शामिल करने का दावा किया. उन्होंने नीतीश सरकार और उनके समर्थकों पर आरक्षण और सत्ता में धांधली करने का आरोप लगाया.

सत्ता और भ्रष्टाचार पर सीधा हमलातेजस्वी ने कहा कि बिहार में सत्ता भाजपा और शाह-मोदी के हाथों में हाईजैक हो चुकी है और नीतीश कुमार केवल उनके चेहरे के तौर पर उपयोग हो रहे हैं. उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों और सत्ता के रैकेट का भी आरोप लगाया और स्पष्ट किया कि मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करने की उनकी सरकार की प्राथमिकता रहेगी. तेजस्वी ने कहा कि वर्तमान सरकार में विज़न की कमी है और उनकी नीति केवल जनता की भलाई के लिए होगी.