चुनाव आयोग ने मंगलवार (18 नवंबर, 2025) को बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह द्वारा लगाए गए आरोप को खारिज कर दिया कि हर ईवीएम में मतदान शुरू होने से पहले ही 25,000 वोट प्रीलोड किए गए थे. आयोग ने कहा कि यह तकनीकी रूप से असंभव है और प्रक्रिया के हिसाब से भी गलत है.
चुनाव आयोग का बयानचुनाव आयोग ने बयान में कहा कि हर ईवीएम में 25,000 प्रीलोडेड वोट होने का आरोप तकनीकी रूप से असंभव और प्रक्रिया के हिसाब से गलत है. इसके अलावा यह RJD के अपने चुनाव और पोलिंग एजेंटों द्वारा साइन किए गए रिकॉर्ड के खिलाफ भी है.
RJD ने चुनाव नतीजों पर जताई असंतुष्टिलालू यादव की पार्टी आरजेडी ने महागठबंधन के तहत 143 सीटों पर चुनाव था और उसे केवल 25 सीटें मिलीं. पार्टी ने सोमवार को कहा कि यह परिणाम जनता की वास्तविक इच्छा का प्रतिबिंब नहीं है. पार्टी ने संकेत दिया कि वह ईवीएम में कथित गड़बड़ियों के कारण अदालत का रुख कर सकती है. RJD प्रवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि जनादेश जमीन की वास्तविकता से मेल नहीं खाता. लोग और नेता दोनों इसे पचा नहीं पा रहे हैं.
RJD नेताओं ने उठाए ईवीएम में अनियमितता के आरोपजगदानंद सिंह ने आरोप लगाया कि हर ईवीएम में मतदान शुरू होने से पहले 25,000 वोट मौजूद थे. मनेर सीट से जीतने वाले विधायक भाई वीरेंद्र ने भी ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी अब बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करेगी. परबत्ता सीट से हारे संजीव कुमार ने कहा, 'यह नतीजा अप्रत्याशित था. हम अनियमितताओं के सबूत इकट्ठा कर अदालत जाने की तैयारी कर रहे हैं.'
पार्टी ने संगठन मजबूत करने पर दिया जोरRJD ने नवनिर्वाचित विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करें और समाज से जुड़ाव बढ़ाएं. पार्टी का दावा है कि इस चुनाव में करीब 1.8 करोड़ वोट ‘इंडिया’ (INDIA) गठबंधन को मिले हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.