नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव के बाद अब सबकी नजरें बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है. पहली बार बिहार में बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. ऐसे में एलजेपी ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है. इसके लिए एलजेपी में बैठकों का दौर शुरू हो गया है.


बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट


बिहार में बीजेपी और जेडीयू की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी ने फ़ैसला किया है कि वो इस साल अक्टूबर - नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना अलग घोषणा पत्र जारी करेगी. घोषणा पत्र का नाम ' बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विज़न डॉक्युमेंट 2020 ' रखा जाएगा. इस घोषणा पत्र में पार्टी अगले पांच सालों के लिए बिहार के विकास का अपना रोड मैप लोगों के सामने रखना चाहती है. घोषणा पत्र के 14 अप्रैल यानि भीमराव अम्बेडकर की जयंती के दिन पटना में जारी किए जाने की संभावना है.


चिराग पासवान ने किया कमिटी का गठन


पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने घोषणा पत्र का मसौदा तैयार करने के लिए एक सात सदस्यीय ड्राफ्टिंग कमिटी का गठन किया है. कमिटी में अध्यक्ष के तौर पर चिराग पासवान में अलावा 6 अन्य सदस्य शामिल किए गए हैं. इनमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल ख़ालिक़ और बिहार प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज भी शामिल हैं. चिराग पासवान ने एबीपी न्यूज़ से कहा- " हम विज़न डॉक्युमेंट का मसौदा तैयार करने के लिए सीधे गांव स्तर पर जनता से संवाद कर उनका फीडबैक लेंगे."


पार्टी 119 सीटों पर कर रही है तैयारी


बिहार में एलजेपी का बीजेपी और जेडीयू के साथ चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है लेकिन पार्टी ने साफ़ कर दिया है कि वो चुनाव लड़ने के लिए 119 सीटों पर तैयारी कर रही है. हालांकि पार्टी ने ये भी साफ़ किया है कि इन सीटों में वो सीटें शामिल नहीं हैं जिनपर फिलहाल बीजेपी या जेडीयू का कब्ज़ा है. ऐसे में पार्टी का अपना अलग घोषणा पत्र जारी करने का फ़ैसला थोड़ा चौंकाने वाला भी है. एबीपी न्यूज़ ने जब ड्रॉफ्टिंग कमिटी के सदस्य सौरभ पांडेय से ये सवाल पूछा तो उनका कहना था कि पार्टी का मानना है कि बिहार के संदर्भ में कुछ ज़रूरी मुद्दे हैं जिन्हें घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा ताकि अगली सरकार उनपर अमल करने के लिए बाध्य हो.


14 अप्रैल को पार्टी की रैली


पार्टी ने 21 फरवरी से बिहार में पदयात्रा निकालने का ऐलान किया है. साथ ही, 14 फरवरी को पटना में एक बड़ी रैली करने का भी कार्यक्रम है जिसमें घोषणा पत्र जारी किया जा सकता है.


यह भी पढ़ें-


दिल्ली चुनाव: मुस्लिम बाहुल सीटों पर AAP का एकतरफा जादू चला, कांग्रेस को भारी नुकसान