बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आ चुके हैं और 2,600 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हो चुका है. इस चुनाव में जहां एक तरफ करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक उम्मीदवार मैदान में थे तो दूसरी तरफ ऐसे भी कैंडिडेट थे जिनके पास करोड़ों या लाखों नहीं, सिर्फ 1-2 हजार या 5-6 हजार रुपये तक की संपत्ति थी.

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अमीर और गरीब उम्मीदवारों के बीच एक प्रत्याशी ने अपनी संपत्ति को लेकर खूब सुर्खियां बटौरीं और वह हैं बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार सुनील कुमार चौधरी. वह भागलपुर जिले की आरक्षित सीट पीरपैंती सीट से मैदान में थे और इन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में  घोषणा की थी कि इनके पास जीरो संपत्ति है.

पीरपैंती सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार मुरारी पासवान चुनाव जीत गए हैं. सुनील कुमार चौधरी को सिर्फ 1586 वोट मिले हैं. सुनील कुमार चौधरी की उम्र 40 साल है और उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में बताया कि वह सिर्फ 12वीं क्लास तक पढ़े हैं और उनके पास कोई नौकरी नहीं है. हलफनामे के अनुसार उनकी न कोई इनकम है और न ही उन पर कोई देनदारी है. उनका हलफनामा लगभग खाली था. उसमें सिर्फ उनके नाम, उम्र और एजुकेशन के कॉलम भरे थे. उन्होंने इसमें जीरो नेटवर्थ की घोषणा की थी.

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बिहार चुनाव में जहां उम्मीदवारों ने करोड़ों रुपये खर्च किए, वहीं सुनील कुनार चौधरी को जमीनी स्तर पर जो भी समर्थन मिला, उसके साथ ही उन्होंने चुनाव लड़ा. उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस भी नहीं है. सुनील कुमार चौधरी के अलावा दस और गरीब कैंडिडेट हैं, जिनके पास 1000 रुपये, 2000, 3000, 4000, 5000 या 6000 रुपये की कुल संपत्ति है.

इस चुनाव में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 202 सीटों पर और महागठबंधन ने 35 सीटों पर जीत दर्ज की है. बीजेपी इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.

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