बिहार: शराबबंदी के समर्थन में 1,292 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला में दो करोड़ लोग ले रहे हिस्सा
एबीपी न्यूज़ | 21 Jan 2017 08:21 AM (IST)
पटना: बिहार में आज नीतीश सरकार द्वारा की गई शराबबंदी के समर्थन में Human Chain यानी मानव श्रृंखला में करीब दो करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार , लालू यादव औऱ उनके बेटे तेज प्रताप यादव ने भी हिस्सा लिया. गांधी मैदान पर पिछले कई दिनों से मानव श्रृंखला के लिए तैयारी की जा रही थी. बता दें कि शराबबंदी पर पूरी तरह एकजुटता दिखाने के मकसद से ये मानव श्रृंखला बनाई जा रही है. इस मानव श्रृंखला से कई रिकॉर्ड बनने की उम्मीद है. मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिन्हा ने बताया कि ''11292 किलोमीटर लंबी इस मानव श्रृंखला में दो करोड़ लोगों के भाग लेने की संभावना है, जोकि विश्व में एक रिकॉर्ड होगा और इसके लिए लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में पंजीकरण कराया गया है.'' दावा है कि इस मानव श्रृंखला में दो करोड़ से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा. इस संभावित रिकॉर्ड पर नज़र भी रखी जा रही है. बिहार के लिए आज का दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि मानव श्रृंखला करीब 11 हजार 292 किलोमीटर लंबी होगी. बिहार के सभी जिले इस मानव श्रृंखला से जुड़ेंगे और कहीं टूट भी नहीं होगी. नासा और इसरो के सैटेलाइट के जरिए मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी की जाएगी. इस मानव श्रृंखला पर बिहार सरकार के खजाने से दस करोड़ रुपये खर्च होंगे. क्या है शराबबंदी कानून की सजा? बिहार में शराबबंदी का उल्लंघन करने वालों के लिए 10 लाख रुपये के जुर्माने से लेकर सजा ए मौत तक की सजा का प्रावधान था. अगर शराब का उत्पादन और बेचने के चलते किसी ग्राहक की मृत्यु हो जाती है तो उसको फांसी तक हो सकती थी. अवैध शराब बेचने की वजह से किसी को शारीरिक अपंगता हो जाती है तो उसे भी फांसी की सजा या 10 लाख रुपये जुर्माना देना पड़ सकता. अगर किसी को शराब की वजह से कोई नुकसान होता है तो शराब बेचने वाले को 8 से 10 साल की सजा और 1 से 10 लाख रुपये तक का जुर्माना देना पड़ता. सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने वालों को 1 लाख रुपये तक का जुर्माना और 5-7 साल तक की जेल होती. अगर शराब की वजह से किसी को नुक्सान होता है तो उसे 4 लाख रुपये तक का मुआवजा मिलेगा.