नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राम नवमी के दिन देश के कई राज्यों में हुई हिंसा पर कहा, “राम के नाम से वोट मांगना अलग बात है और राम राज्य स्थापित करना अलग बात है." उन्होंने कहा, "रामनवमी पर हिंसा हो तो आप राम के समर्थक कैसे हो सकते हो? राम के नाम से हिंसा करना क्या उचित है?” मुख्यमंत्री ने यह बात केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद कही.


इससे पहले दिल्ली के लिए रवाना होते वक्त मुख्यमंत्री ने राम नवमी के दिन की हिंसक घटनाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि ऐसी स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की जिम्मेदारी है, हालांकि रची गई साजिशें राष्ट्र के लिए खतरनाक हैं.


छत्तीसगढ़ से जुड़े कई मुद्दों पर हुई चर्चा 
गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ से संबंधित बहुत से मुद्दों पर गृह मंत्री से चर्चा हुई.  भूपेश बघेल ने कहा, “छत्तीसगढ़ में तैनात सीआरपीएफ का भुगतान 11,000 करोड़ रुपये काट लिया गया है, मैंने निवेदन किया है जैसे पूर्वोत्तर में माफ करते हैं उसी तरह से छत्तीसगढ़ में भी विशेष तौर पर इसे माफ किया जाए.”


'गृहमंत्री ने मेरी बात गंभीरता से सुनी'
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा, “छत्तीसगढ़ में 7 नक्सल प्रभावित ज़िलों को हमेशा विशेष सहायता मिलती रही है, उसे 2021 से बंद कर दिया है. उसे दोबारा शुरू किया जाए. उन्होंने सारे बिन्दुओं पर बहुत गंभीरता से बात सुनी और कहा कि मैं जरूर फैसला लूंगा.”


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