Nasal Corona Vaccine: भारत बायोटेक की नेसल कोरोना वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल दिल्ली के एम्स अस्पताल में होगा. इस क्लीनिकल ट्रायल को करने के लिए एम्स एथिक्स कमिटी के पास अप्रूवल के लिए भेज दिया गया है. उम्मीद है अगले एक से दो हफ्ते में इस नेसल वैक्सीन का ट्रायल शुरू किया जाएगा. इससे पहले भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का ट्रायल भी एम्स में हो चुका है.


भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन के बाद अब उसी कंपनी की नेसल वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल दिल्ली के एम्स में किया जाएगा. इस ट्रायल के प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर डॉ. संजय राय होंगे. इस ट्रायल को करने से पहले एम्स अस्पताल की एथिक्स कमिटी से मंजूरी लेनी पड़ती है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है और उम्मीद है अगले एक से दो हफ्ते में मंजूरी मिल जाएगी. एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन डॉ. संजय राय का कहना है कि ट्रायल शुरू होगा, जब एथिकल अप्रूवल आ जाएगा. रेगुलेटरी फॉर्मेलिटी पूरी हो जाएंगी, उसके बाद ट्रायल शुरू होगा.


ज्यादा प्रभावी हो सकती है नेसल वैक्सीन


एम्स में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के ट्रायल के प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर रहे डॉ. संजय राय का मानना है कि ये नेसल वैक्सीन ज्यादा प्रभावी हो सकती है. उन्हें उम्मीद है कि संक्रमण को रोकने में प्रभावी साबित हो सकती है. डॉ. संजय राय ने कहा कि इसमे कोई इंजेक्शन नहीं होगा. नेसल रुट से देंगे. इस तरह की संभावना है कि इंफेक्शन को रोकने में भी इस तरह की वैक्सीन कारगर होगी क्योंकि ये म्यूकोसल इम्युनिटी देगी. अभी जो वैक्सीन है वो इंफेक्शन को रोकने में उतनी कारगर नहीं है. वो सिविरिटी को रोकने या डेथ को रोकने में कारगर है.


इस नेसल वैक्सीन का दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल एम्स में होगा. इस वैक्सीन के दूसरे चरण का ट्रायल करीब 300 लोगों पर किया जाएगा. पहली डोज के बाद दूसरी डोज चार हफ्ते के बाद दी जाएगी. इसके बाद तीसरे चरण के ट्रायल में डबल ब्लाइंड ट्रायल होगा, जिसमें कुछ क्लीनिकल ट्रायल वालंटियर को नेसल वैक्सीन और कुछ को प्लेसिबो दिया जाएगा. बता दें कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल दूसरे और तीसरे चरण, बूस्टर डोज और 2 से 18 साल के बच्चों में कोवैक्सीन का ट्रायल भी दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ है.



यह भी पढ़ें:
Corona Vaccination: ब्राजील ने चीन की इस कोरोना वैक्सीन के उपयोग को देश में निलंबित किया, जानें क्या वजह?
Explained: क्यों इतनी तेजी से फैल रहा है डेल्टा वेरिएंट, क्या इसके खिलाफ बेअसर हैं वैक्सीन ?