नई दिल्ली: बुधवार को साल का पहला भारत बंद है. देश के 10 ट्रेड यूनियन ने 8 जनवरी को भारत बंद का एलान किया है. इस भारत बंद से जनजीवन पर असर पड़ सकता है. बैंक संबंधी लेनदेन पर इस बंद का सबसे अधिक असर पड़ सकता है.


सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में यह आयोजन किया जा रहा है. प्रस्तावित लेबर लॉ का भी विरोध इसमें शामिल है. बंद में छात्र संगठन भी शामिल हो रहे हैं. ये शिक्षण संस्थानों में फीस बढ़ाने का विरोध कर रहे हैं. इस संबंध में सरकार से भी बात की गई थी लेकिन बात नहीं बनी जिसके बाद बंद का फैसला किया गया है.


भारत बंद का समर्थन करते हुए 6 बैंक यूनियन ने भी हड़ताल का एलान किया है. इसके चलते कई बैंकों में कामकाज नहीं होगा और एटीएम भी प्रभावित होंगे. जिस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. खास बात ये हैं कि 8 को इन बैंकों में कामकाज न होने का असर 9 जनवरी को भी पड़ सकता है. इस दौरान एटीएम से कैश निकालने की समस्या खड़ी हो सकती है. बैंक कर्मचारी बैंक मर्जर के फैसले के खिलाफ हैं,जिस कारण ये हड़ताल में शामिल हो रहे हैं.


बैंकों में नहीं हो सकेगा लेन देन


बंद के चलते बैंक में किसी तरह का लेनदेन संभव नहीं हो सकेगा. ऑनलाइन बैंकिंग से संबंधित कार्यों पर किसी तरह का कोई फर्क नहीं पड़ेगा.


25 करोड़ लोग हो सकते हैं शामिल


भारत बंद को लेकर ट्रेड यूनियन्स की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस भारत बंद में करीब 25 करोड़ लोग शामिल हो सकते हैं.