Bengaluru Prison Radicalisation Case: कर्नाटक के बेंगलुरू शहर समेत देश के 7 राज्यों में 17 अलग-अलग लोकेशंस पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार (5 मार्च, 2024) को रेड डाली. समाचार एजेंसी एशियन न्यूज इंटरनेशनल (एएनआई) के मुताबिक, एनआईए की ओर से ये तलाशी बेंगलुरू प्रिजन रैडिक्लाइजेशन केस में की गई.


इस बीच, सूत्रों की ओर से एबीपी न्यूज संवाददाता को बताया गया कि एनआईए की यह रेड बेंगलुरू में कई जगह हुई, जबकि जांच एजेंसी रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके से जुड़े मामले की जांच में भी जुटी है. वहां ये रेड कैफे ब्लास्ट के सिलसिले में भी हो रही है. कुल 17 लोकेशंस पर एनआईए का सर्च ऑपरेशन चल रहा है. 






क्या है बेंगलुरू प्रिजन रैडिक्लाइजेशन केस?


यह पूरा मामला पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी की ओर से बेंगलुरू की जेल में कैदियों को कट्टरपंथी बनाने से जुड़ा है. बेंगलुरु पुलिस ने 7 जुलाई, 2023 को 7 पिस्तौल, 4 हथगोले और 1 मैगजीन सहित गोला-बारूद की जब्ती के बाद केस दर्ज किया था. पहले 5 लोग अरेस्ट हुए थे और पूछताछ के बाद 1 और गिरफ्तारी हुई थी. यानी इस केस में 6 गिरफ्तारियां हुईं.


NIA ने 2013 में संभाला था केस, LeT आतंकी है आरोपी 


लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी टी. नासिर इस मामले में जुनैद अहमद के साथ आरोपी है. नासिर ने बेंगलुरू की केंद्रीय जेल में 5 लोगों को कट्टरपंथी बनाया था. फिलहाल जुनैद अहमद फरार है. एनआईए ने अक्टूबर, 2023 को मामले को संभाला था और तब जुनैद अहमद के घर सहित कई जगहों पर तलाशी ली थी.


रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में 10 हुए थे जख्मी


वहीं, बेंगलुरु के मशहूर कैफे में हुए बम ब्लास्ट केस की जांच भी एनआईए के पास है. सूत्रों ने सोमवार बताया था कि जांच एनआईए को सौंप दी गई है. पूर्वी बेंगलुरू के ब्रुकफील्ड स्थित रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को विस्फोट हुआ था, जिसमें कम से कम 10 लोग घायल हुए थे.