West Bengal Teacher Recruitment Scam: पश्चिम बंगाल के कथित शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घरों पर छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी ने अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के दो घरों से करीब 50 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की. ईडी ने अभिनेत्री अर्पिता के घर से सोना भी जब्त किया था. इसको लेकर अब बंगाल के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी ने दावा किया कि ये पैसा उनका नहीं है.


प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी, दोनों को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया था. दोनों फिलहाल 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में है. पार्थ चटर्जी को बंगाल कैबिनेट से बर्खास्त किया जा चुका है. वहीं टीएमसी ने उन्हें पार्टी से भी निलंबित कर दिया है. आज पूर्व मंत्री को जांच के लिए कोलकाता के केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में लाया गया था. 


क्या बोले पार्थ चटर्जी?


क्या कोई उनके खिलाफ साजिश कर रहा है इस सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि समय आने पर सब कुछ पता चल जाएगा. साथ ही उन्होंने अर्पिता मुखर्जी के घरों से मिली नकदी को लेकर कहा कि, "यह मेरा पैसा नहीं है." सूत्रों के मुताबिक अर्पिता मुखर्जी ने ईडी को बताया है कि ये पैसे तबादलों के लिए और कॉलेजों को मान्यता दिलाने में मदद करने के लिए रिश्वत के तौर पर लिए गए थे. जब ये कथित घोटाला हुआ तब पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे. 


बीजेपी के आरोप, टीएमसी का एक्शन


इस मामले को लेकर बीजेपी (BJP) ने आरोप लगाया है कि बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी भी कथित अनियमितताओं में शामिल थीं. तृणमूल (TMC) पार्टी जो शुरू में पार्थ चटर्जी के बचाव में सामने आई थी और केंद्र पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था, बाद में अपने रुख में बदलाव किया और चटर्जी (Partha Chatterjee) को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया. 


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