BBC IT Survey: ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन यानी बीबीसी पिछले कई दिनों से अपनी विवादित डॉक्यूमेंट्री को लेकर चर्चा में है. सूत्रों के मुताबिक, ट्रांसफर प्राइसिंग रूल्स के साथ बीबीसी के जानबूझकर गैर-अनुपालन और इसके मुनाफे के विशाल डायवर्जन के मद्देनजर आज (14 फरवरी) आयकर विभाग के अधिकारियों ने सर्वे किया है. 


तलाशी या छापेमारी नहीं कह सकते
यह नोट करना प्रासंगिक है कि आयकर अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार आयकर अधिकारियों की ओर से किए गए उपरोक्त अभ्यास को 'सर्वेक्षण' कहा जाता है, न कि तलाशी/छापेमारी. इस तरह के सर्वेक्षण नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं और इन्हें लेकर तलाशी/छापेमारी की प्रकृति का भ्रम नहीं होना चाहिए.
 
नहीं किया जा रहा था नियमों का पालन? 
बीबीसी के मामले में, वर्षों से उपरोक्त नियमों का लगातार पालन नहीं किया जा रहा है. उसी के परिणामस्वरूप, बीबीसी को कई नोटिस जारी किए गए. हालांकि, बीबीसी लगातार गैर-अनुपालन करता रहा है और मुनाफे को महत्वपूर्ण रूप से मोड़ दिया गया. इन सर्वेक्षणों का मुख्य फोकस टैक्स लाभ सहित अनाधिकृत लाभों के लिए कीमतों में हेराफेरी पर ध्यान देना है. बीबीसी ने मानदंडों का लगातार पालन नहीं किया है, जिसकी वजह से ये सर्वेक्षण किया गया है, जिससे यह बार-बार अपराधी बन गया है.


मामले में बीबीसी पर आरोप-



  • ट्रांसफर प्राइसिंग नियमों के तहत गैर-अनुपालन.

  • हस्तांतरण मूल्य निर्धारण मानदंडों का लगातार और जानबूझकर उल्लंघन.

  • जानबूझकर मुनाफे की महत्वपूर्ण राशि को डायवर्ट किया और लाभ के आवंटन के मामले में बनी व्यवस्था का पालन नहीं किया है. 


इन सबको लेकर बीबीसी द्वारा ट्रांसफर प्राइसिंग रूल्स के उल्लंघन और इसके मुनाफे के डायवर्जन की जांच करने की दृष्टि से सर्वेक्षण किए गए हैं.


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