गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा ISIS की विचारधारा से खासा प्रभावित था. मुर्तजा ISIS में भर्ती होना चाहता था. इसके लिए मुर्तजा सीरिया जाना चाहता था. उसने ISIS से जुड़े लोगों को चंदा भी दिया था.


यूपी एटीएस की जांच में ये खुलासा हुआ है कि मुर्तज़ा कट्टरपंथियों  के कहने पर जरिमा नाम का जेहादी एप डिजाइन कर रहा था. जरिमा का अरबी अनुवाद जुल्म होता है. एप डिजाइन करने का मकसद इस एप के जरिए उन लोगों को जोड़ना था जो जिहाद के रास्ते पर आना चाहते हैं या जिन्हें लगता था कि मुसलमानों पर जुल्म हो रहा है. केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद मुर्तज़ा ने एप डेवलपर का कोर्स भी किया था.


मुर्तजा का साइकलॉजिकल टेस्ट कराएगी पुलिस
गोरखपुर में हमला करने वाले मुर्तजा को मानसिक रूप से बीमार बताया गया था. माना जा रहा है कि मुर्तजा को बचाने के लिए गढ़ा गया तर्क था, क्योंकि उसकी पूर्व पत्नी ने इसे खारिज कर दिया था. अब पुलिस मनोवैज्ञानिक जांच कर मुर्तजा का सच सामने लाएगी. इसी कड़ी में यूपी पुलिस अब मुर्तजा का साइकलॉजिकल टेस्ट कराएगी. मुर्तजा के मानसिक बीमारी वाली थ्योरी की पुष्टि के लिए मुर्तजा के दिमागी हालत की जांच कराई जाएगी. वारदात के बाद से ही मुर्तजा के पिता मुनीर अहमद अब्बासी उसे मानसिक रूप से बीमार बता रहे थे. 


लेकिन जांच की आंच अब आरोपी मुर्तजा के पिता तक भी पहुंच गई है. यूपी एटीएस ने मुर्तजा के पिता को नोटिस देकर बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया गया है. जिसके बाद आशंका है कि वो आज एटीएस मुख्यालय पहुंच कर अपना बयान दर्ज करवा सकते हैं.


समाजवादी पार्टी अध्यक्ष के अखिलेश यादव ने बुधवार को कन्नौज में पत्रकारों से बातचीत में कहा था, 'अभी जो जानकारी आ रही हैं और उसके (आरोपी के) पिता ने जो कहा है उसके हिसाब से उसे दिमागी समस्याएं थी, उसके साथ बाइपोलर इश्यूज (मनोविकार) थे. मुझे लगता है, वह पहलू भी देखना पडे़गा.' 


क्या है मामला
रविवार देर रात, 30 वर्षीय आईआईटी स्नातक अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में एंट्री करने की कोशिश की थी. जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने उनपर धार दार हथियार से हमला किया, जिससे (पीएसी) के दो कांस्टेबल घायल हो गए. जांचकर्ताओं को संदेह है कि अब्बासी कट्टरपंथी है.


अब्बासी का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वह अपने बाएं हाथ में प्लास्टर लगाए बैठा दिख रहा है. उसे यह कहते सुना जा रहा है कि वह डर गया था और गोरखपुर से नेपाल जाने की सोच रहा था. वीडियो के बारे में पूछे जाने पर अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि वीडियो की जांच की जा रही है.


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