Assembly Elections 2023 Survey: साल के अंत में जिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान पर बीजेपी और कांग्रेस का खास फोकस है. कारण है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी और छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. जहां पार्टी अपनी-अपनी सरकारें बरकरार रखना चाहती हैं, साथ ही जिन राज्यों में वे सत्ता में नहीं हैं वहां वापसी करना चाहती हैं. 


मध्य प्रदेश पर विशेष ध्यान समझा जा रहा है क्योंकि कांग्रेस यहां 2020 का बदला लेने के साथ ही राज्य में लंबे समय से चली आ रही सत्ता से दूरी का सूखा भी समाप्त करना चाहती है. दरअसल, 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बीजेपी के 15 वर्षों के शासन का अंत करने का मौका त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में भी बीएसपी, समाजवादी पार्टी और निर्दलीयों की मदद से मिला था लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत और उनके बीजेपी में शामिल होने के चलते कांग्रेस के हाथ से सत्ता की बागडोर छिन गई थी. 


इस बार इन तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में क्या होगा, यह तो मतदान के बाद नतीजों से ही पता चलेगा लेकिन India TV-ETG Opinion Poll और IANS-पोलस्ट्रैट के ताजा सर्वे के आंकड़े अनुमान जताते हैं कि किस राज्य में किसकी सरकार बन सकती है. मध्य प्रदेश में पोल के आंकड़े कांग्रेस के पक्ष में ज्यादा नजर आ रहे हैं. आइये जानते हैं ओपियन पोल और चुनावी सर्वे की बड़ी बातें.


कांग्रेस या बीजेपी, मध्य प्रदेश में किसकी बनेगी सरकार?


मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं. राज्य में बहुमत का आंकड़ा 116 सीटों का है. ईटीजी के ओपिनियन पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत से सरकार बनती दिख रही है. पोल के नतीजों में 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 118 से 128 और बीजेपी को 102 से 110 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है, वहीं 2 सीटें अन्य के खाते में जाने की संभावना जताई गई है.


मध्य प्रदेश के किस रीजन में किसको कितनी सीटें?


पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश के महाकौशल रीजन की 38 सीटों में से बीजेपी को 18-22 सीटें और कांग्रेस को 16-20 सीटें मिल सकती हैं. ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की 34 सीटों में से कांग्रेस को 26-30 और बीजेपी को 4-8 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है.


सेंट्रल मध्य प्रदेश की 36 सीटों में से बीजेपी को 22-24 सीटें और कांग्रेस को 12-14 सीटें मिलने की अनुमान जताया गया है. बुंदेलखंड रीजन की 26 सीटों में से बीजेपी को 13-15 और कांग्रेस को 11-13 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है.


विंध्य क्षेत्र की 30 सीटों में से बीजेपी को 19-21 सीटें और कांग्रेस को 8-10 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है. वहीं, मालवा रीजन की 66 सीटों में से कांग्रेस को 41 से 45 सीटें और बीजेपी को 20-24 सीटें मिलने का आनुमान जताया गया है. मालवा रीजन चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकता है क्योंकि एमपी के सभी क्षेत्रों के मुकाबले यहां सबसे ज्यादा विधानसभा की सीटें आती हैं.


छत्तीसगढ़ में कांग्रेस रहेगी बरकरार या वापसी करेगी बीजेपी सरकार?


छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं. राज्य में बहुमत का आंकड़ा 46 सीटों का है. IANS-पोलस्ट्रैट ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपने ताजा सर्वे के जो आंकड़े जारी किए हैं उनमें कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाती दिख रही है. सर्वे के नतीजों के मुताबिक, 90 विधानसभा सीटों में से 62 पर कांग्रेस और 27 पर बीजेपी को जीत मिल सकती है. 


राजस्थान में कांग्रेस या बीजेपी, कौन मारेगी बाजी?


राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं और राज्य में बहुमत का आंकड़ा 101 सीटों का है. यानी जो पार्टी 101 सीटें जीतेगी, उसकी सरकार बनेगी लेकिन ताजा ओपियन पोल में बीजेपी और कांग्रेस के बीच बेहद करीबी लड़ाई का अनुमान जताया गया है. राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ईटीजी के ओपिनियन पोल के आंकड़ों में 200 सीटों में से बीजेपी को 95 से 105 और कांग्रेस को 91 से 101 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं, अन्य के खाते में 3-6 सीटे जाने की संभावना जताई गई हैं.


बता दें कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व एक तरफ चुनावी राज्यों में अभियान में शामिल हो रहा है तो वहीं बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मोर्चा संभाल लिया है. शनिवार को पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक रैली को संबोधित किया. पाटी सूत्रों के मुताबिक, 2 और 5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश का दौरा कर चुनावी कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. 


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