नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और चेहरे पर भारतीय जनता पार्टी ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत दर्ज की. इसके साथ ही उत्तराखंड में भी बीजेपी तीन चौथाई बहुमत ks साथ वापस सत्ता में आई. गोवा में तोड़जोड़ से सरकार बनाने की कोशिश में है. मणिपुर में भी शानदार कामयाबी हासिल की है. हालांकि, पंजाब में पार्टी के गठबंधन साथी को शिकस्त मिली है.


इस चुनाव को मोदी के कामकाज का जनमत संग्रह माना जा रहा था. मोदी की इस जीत को अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी खूब जगह दी है.


बीबीसी


बीबीसी न्यूज़ ने इस जीत के मायने बताते हुए लिखा है कि भारत में अब सत्ता का संतुलन निर्णायक रूप से बीजेपी के पक्ष में आ गया है. भारत के केंद्रीय राजनीति में पार्टी की स्थिति बहुत ही मजबूत हुई है.


इसके साथ ही पार्टी ऊंची, मध्यम और निचली जातियों के बीच एक कामयाब गठबंधन बनाने में सफल हुई है और भारतीय चुनावों के सामाजिक अंकगणित को भी तोड़ दिया है.


न्यूयॉर्क टाइम्स


अमेरिका बड़े अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि इस जीत के साथ ही बीजेपी ने अपनी ताकत बहुत ही मजबूत कर ली है और साल 2019 में फिर से चुनाव जीतने के लिए एक मजबूत स्थिति में पहुंच गई है.


न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि बीजेपी इस जीत के साथ जातीय निष्ठा को तोड़ने में कामयाब रही है. हालांकि, अब भी बड़ी संख्या में मुसलमानों का वोट नहीं पा सकी है.


हफिंगटन पोस्ट


हफिंगटन पोस्ट ने बीजेपी की इस जीत पर 'सैफरन स्वीप' की सुर्खी लगाई है और अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि ये जीत भारतीय राजनीति में सत्ता के केंद्र के बदलने के दौर को और आगे बढ़ाता है.


द गार्डियन


ब्रिटेन के बड़े अखबार द गार्डियन ने लिखा है कि इस जीत ने मोदी के राष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वियों में राहुल गांधी की योगता पर सवाल खड़ा कर दिया है. जिस राहुल गांधी का संबंध नेहरू-गांधी परिवार है और इस परिवार ने बीते 70 सालों में ज्यादातर समय शासन किया है.