गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता लुझिनो फ्लेरियों ने आज विधायक पद से अपना इस्तीफा दे दिया, हालांकि उन्होंने अब तक कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है. संकेत मिल रहे हैं कि वे ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के शामिल होने वाले हैं.


सोमवार को जब फ्लेरिओ विधानसभा से इस्तीफा देकर निकले तो ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए उन्होंने जता दिया कि उनका अगला सियासी कदम क्या होगा. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने ही मोदी और अमित शाह की ओर से पश्चिम बंगाल में सैकड़ों रैलियां करने के बाद भी बीजेपी को हरा दिया. उन्होंने कांग्रेस में हो रही अंदरूनी राजनीति को लेकर नाराजगी भी जताई. उनका कहना था कि साल 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस के पास सरकार बनाने बहुमत था, लेकिन अंदरूनी राजनीति की वजह से सरकार नही बन पाई. उन्होंने कहा कि इतने साल उन्होंने गरिमामय लेकिन दर्दनाक शांति बनाकर रखी थी.


शाम को फ्लेरियो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सस्पेंस पैदा कर दिया जब उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है, लेकिन अगर मैं दूसरी पार्टी से जुड़ुंगा तो तृणमूल कांग्रेस को प्राथमिकता दूंगा.


40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में अब कांग्रेस के सिर्फ पांच विधायक ही बचे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के दस विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे. गोवा में इस बार चौतरफा मुकाबला होने वाला है. कांग्रेस और बीजेपी तो भिड़ेंगे ही लेकिन आम आदमी पार्टी और टीएमसी के मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है.


इससे पहले भी साल 2012 में तृणमूल कांग्रेस गोवा में अपना खाता खोलने की कोशिश कर चुकी है. उस बार भी कांग्रेस के ही एक दिग्गज नेता को ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल कराया था. ये नेता थे विल्फ्रेड डी सूजा जो कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं.


 



पूर्वी लद्दाख में LAC के पास स्थिति मजबूत करने में जुटा चीन, सैटेलाइट इमेज से सामने आई जानकारी


1 अक्टूबर से पेमेंट और चेकबुक से लेकर सैलरी पर लागू हो जाएंगे बैंक के ये नियम, जानें- आपकी जेब पर कैसे पड़ेगा असर