Assam Eviction Drives: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने बुधवार (20 दिसंबर) को राज्य में अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर बात कही. उन्होंने कहा कि मठ की जमीन पर कब्जा करने वाले सभी लोगों को उसे खाली करना होगा चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान.


राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ (Kamalakhya Dey Purkayastha) के शून्यकाल में यह मुद्दा उठाए जाने के दौरान सरमा ने कहा कि बीजेपी (BJP) सरकार जमीन खाली कराने की व्यवस्था जारी रखेगी और इस पर बात करने का कोई मतलब नहीं है. 


सरमा ने कहा कि असम में सरकारी और वन भूमि को खाली कराने का काम भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सत्ता में रहने तक जारी रहेगा. उन्होंने कहा, हम बटद्रवा सहित राज्यभर में सरकारी और वन भूमि को खाली कराएंगे.


सरमा ने कहा कि सत्रो (वैष्णव मठ) बटद्रवा की तरह ही असम के लोगों की संस्कृति व पहचान का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान, उन्हें सत्रो की जमीन खाली करनी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी से अतिक्रमण वाली जमीन खाली करने का आग्रह करते है. 


माइग्रेट लोगों को पेयजल मुहैया कराने के लिए कोई नीति नहीं 


कांग्रेस के विधायक रकीबुल हुसैन ने सरकार से बटद्रवा में माइग्रेट किए गए लोगों को पीने का पानी, भोजन जैसी आवश्यकताओं पर गौर करने का आग्रह किया. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, माइग्रेट किए गए लोगों को पीने का पानी मुहैया कराने के लिए कोई नीति नहीं है. उन्होंने जमीन पर कब्जा करके कानून तोड़ा है, इसलिए हम उनके लिए शिविर नहीं बना सकते. हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि गैर सरकारी संगठन उनके लिए काम कर सकते हैं.


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