अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसके बाद रविवार (18 मई, 2025) को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. अली खान की तरफ से सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने मामला मुख्य न्यायाधीश भूषण रामाकृष्ण गवई के सामने रखा. सीजेआई गवई ने एक-दो दिन में सुनवाई का भरोसा दिया है.
अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के फेसबुक पोस्ट के आधार पर हरियाणा के सोनीपत में 2 एफआईआर दर्ज हुई हैं. रविवार को निचली अदालत ने उन्हें 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था.
अली खान की तरफ से मामला रखते हुए सिब्बल ने दावा किया कि उनके पोस्ट में कोई देशविरोधी बात नहीं थी. सिब्बल ने कहा, 'उन्हें एक देशभक्ति भरी पोस्ट के लिए गिरफ्तार कर लिया गया है. मैं अनुरोध करता हूं कि इस मामले को तुरंत सुनवाई के लिए लगाया जाए.'
चीफ जस्टिस बी आर गवई ने सिब्बल को जल्द सुनवाई का आश्वासन दिया. चीफ जस्टिस ने कहा कि इस याचिका को मंगलवार या बुधवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा.
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