Attack on Asaduddin Owaisi: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तमाम पार्टियों के नेता जनता के बीच में जा रहे हैं. इसी बीच गुरुवार शाम को एक सभा से दिल्ली लौटते वक्त AIMIM राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर कुछ अज्ञात लोगों ने फायरिंग कर दी. इस मामले में पुलिस ने सचिन और शुभम नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक आरोपी सचिन ने गाजियाबाद के एमएमएच से पढ़ाई की है. उसने एलएलबी भी किया है.


क्या किसी राजनीतिक पार्टी से है संबंध?


ओवैसी पर हमले करने वाले सचिन के एक दोस्त ने एबीपी न्यूज से कहा, सचिन किसी भी राजनितिक पार्टी से जुड़ा नहीं था. वो हिंदूवादी सचिन नाम से फेसबुक पर था. सचिन के एक रिश्तेदार ने कहा, हमें कुछ नहीं पता था सुबह परिवार से कह कर गया के नोएडा जा रहा हूं फिर रात को ही सीधा पता चला. बहुत अच्छा लड़का था कभी कुछ नहीं किया ऐसा किसी भी राजनितिक पार्टी से जुड़ा नहीं था. पता नहीं ऐसा उसने क्यों किया. सभी पार्टियों के नेता आते हैं गावं में किसी भी एक पार्टी से जुड़ा नहीं है.




वहीं सचिन के अन्य दोस्त ने बताया, ‘वो किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा नहीं था. वो हिंदूवादी सचिन नाम से फेसबुक पर था. घर पर यही बता कर गया के वो नोएडा किसी काम से जा रहा है. उसका जो साथी सौरभ है उसको तो हम लोग ने कभी देखा नहीं साथ में सचिन के. वो भगत सिंह को मानता था जिस तरह से ओवैसी ने योगी जी को कहा या मोदी जी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया तो शायद उसको बुरा लगा. लेकिन कुछ नहीं कह सकते. हमें तो अंदाजा भी नहीं था के वो कुछ ऐसा कदम उठाएगा.


ओवैसी का क्या कहना है


असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीजेपी, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को आड़े हाथ लेते हुए दावा किया कि ये दल चाहते हैं कि मुसलमान उनके लिए अपनी जवानी कुर्बान करते रहें. ओवैसी, मेरठ शहर विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जनसंपर्क करने पहुंचे थे. मेरठ शहर के बाद ओवैसी ने किठौर विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क किया. हैदराबाद से सांसद ने बीजेपी और सपा पर हमला बोलते हुए कहा, “इनमें एक नागनाथ है और दूसरा सांपनाथ है. ऐसे में आप मदारी को बुलाएंगे और लो मदारी गया.


वह बीजेपी के साथ-साथ सपा और बसपा पर भी जमकर बरसे. ओवैसी ने कहा, “सपा और बसपा, भाजपा से कम नहीं है. वे चाहते हैं कितुझ पर जवानी कुर्बानके नारे लगाते रहिए और दरी बिछाते रहिए.


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