लखनऊ: 2019 के लोकसभा चुनाव के तैयारियों में बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. बीजेपी सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की सीट पर भी मजबूत रहे, इसके लिए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने पहली किस्त की चिट्ठी रायबरेली प्रशासन को भेज भी दी है. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कई विकास कार्यों पर अपना फंड खर्च करने का फैसला अरुण जेटली ने खुद किया है. जेटली के इस कदम को गांधी परिवार के गढ़ में बीजेपी की पहुंच बढ़ाने की कोशिशों के रूप में देखा जा रहा है. जेटली के 'प्रतिनिधि' और बीजेपी प्रवक्ता हीरो बाजपेई ने कहा, 'यूपी से राज्यसभा सांसद होने के नाते अरुण जेटली ने रायबरेली को चुना है.' हीरो बाजपेयी के मुताबिक़ नेहरु गांधी परिवार का गढ़ होने के बावजूद रायबरेली जिला जिस तरह से पिछड़ेपन का शिकार है, यह देखते हुए जेटली ने इस क्षेत्र को चुनने का का फैसला किया है. 'मेंबर ऑफ पार्लियामेंट लोकल एरिया डेवलपमेंट स्कीम (एमपीएलएडीएस) के तहत राज्यसभा सांसद अपनी ओर से चुने गए जिले में 5 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के लिए जिला कलेक्टर को बोल सकता है। राज्यसभा सांसद जिस प्रदेश से चुना जाता है, वहां के एक या एक से ज्यादा जिलों में विकास कार्य करवा सकता है. हालांकि हीरो बाजपेयी ने ये भी साफ़ किया की अरुण जेटली लोकसभा चुनाव नहीं लड़ते हैं लेकिन उनके इस प्रयास से बीजेपी कार्यकर्ता उत्साह में हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी का कोई कार्यकर्ता ही वहां से चुनाव लड़ेगा.