West Bengal News: पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार की एक अदालत ने 13 साल पहले ज्वेलरी की दो दुकानों में हुई चोरियों के मामले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रामाणिक के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है. मुकदमे की सुनवाई न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में हुई और गिरफ्तारी वॉरंट जब जारी किया गया उस वक्त बीजेपी सांसद प्रामाणिक की ओर से कोई वकील मौजूद नहीं था.


मंत्री के साथ-साथ एक अन्य आरोपी के खिलाफ भी 11 नवंबर को वॉरंट जारी किया गया. प्रामाणिक के वकील दुलाल घोष ने हालांकि अपने अगले कानूनी कदम के बारे में नहीं बताया. अलीपुरद्वार रेलवे स्टेशन और बिरपारा के पास स्थित गहनों की दुकानों में 2009 में चोरी हुई थी. सरकारी वकील जे. मजूमदार ने बुधवार, 16 नवंबर को बताया कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर उत्तरी 24 परगना जिले के ‘एमपी/एमएलए’ अदालत से इस मुकदमे को अलीपुरद्वार अदालत में स्थानांतरित किया गया.


साल 2019 में बीजेपी में शामिल हुए प्रामाणिक


उत्तर बंगाल में बांग्लादेश की सीमा से सटे दिनहाटा कस्बे के रहने वाले प्रामाणिक 2019 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए. वह फरवरी, 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे. इससे पहले वह तृणमूल कांग्रेस में थे, जहां से पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में उन्हें निष्कासित कर दिया गया था. संपर्क करने पर अलीपुरद्वार के पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.


जानलेवा हमला भी हुआ था


प्रामाणिक पर हफ्ते भर पहले जानलेवा हमले की खबर भी आई थी. बीजेपी का आरोप था कि कूचबिहार के सिताई में केंद्रीय मंत्री पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने हमला किया है. पार्टी ने कहा था कि प्रामाणिक के काफिले पर पथराव किया गया और बम भी फेंके गए. इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता टीएमसी कार्यकर्ताओं से भिड़ गए. घटना के बाद से इलाके में तनाव बन गया और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई.


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